पंजाब: मुख्यमंत्री भगवंत मान का मंत्रिमंडल तैयार, दस आप विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पंजाब भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. 10 मंत्रियों में आठ पहली बार विधायक बने हैं. मंत्रिमंडल में केवल एक महिला मंत्री शामिल हैं.

शपथ ग्रहण के बाद भगवंत मान कैबिनेट के मंत्री. (फोटो साभार: ट्विटर/आप पंजाब)

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पंजाब भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. 10 मंत्रियों में आठ पहली बार विधायक बने हैं. मंत्रिमंडल में केवल एक महिला मंत्री शामिल हैं.

भगवंत मान. (फोटो साभार: ट्विटर)

चंडीगढ़: पंजाब में शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में एक महिला समेत आम आदमी पार्टी (आप) के दस विधायकों को शामिल किया गया.

राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने यहां पंजाब भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इन 10 मंत्रियों में से आठ पहली बार विधायक बने हैं. इन सभी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली.

हरपाल सिंह चीमा और गुरमीत सिंह मीत हेयर को छोड़कर आठ अन्य पहली बार विधायक बने हैं. दिर्बा से विधायक चीमा ने सबसे पहले शपथ ली, उनके बाद कैबिनेट में एकमात्र महिला और मलौट से विधायक डॉ. बलजीत कौर ने शपथ ली.

इसके बाद जंडियाला से हरभजन सिंह, मानसा से डॉ. विजय सिंगला, भोआ से लाल चंद, बरनाला से गुरमीत सिंह मीत हेयर, अजनाला से कुलदीप सिंह धालीवाल, पट्टी से लालजीत सिंह भुल्लर, होशियारपुर से ब्रह्म शंकर जिंपा और आनंदपुर साहिब से हरजोत सिंह बैंस ने शपथ ली.

कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 18 पद हैं. हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस अवसर पर कार्यक्रम में मौजूद थे.

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी.

आम आदमी पार्टी (आप) ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-पंजाब लोक कांग्रेस-शिअद (संयुक्त) गठबंधन को पछाड़ते हुए 92 सीटें हासिल की हैं.

कैबिनेट में पार्टी ने मालवा से पांच, माझा से चार और दोआबा क्षेत्र से एक विधायक को प्रतिनिधित्व दिया. कैबिनेट में चार उन विधायकों को जगह दी गई है जो सुरक्षित सीटों दिर्बा, जंडियाला, मलौत और भोआ का प्रतिनिधित्व करते हैं.

हालांकि, कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, शिअद के प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल तथा पंजाब लोक कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह आदि दिग्गजों को हराने वाले आप विधायकों को कैबिनेट में जगह नहीं मिली.

मंत्रिमंडल में जगह बनाने में असफल रहे ‘आप’ के इन विधायकों में भदौर विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 37,558 मतों के अंतर से हराने वाले लाभ सिंह उगोके भी शामिल हैं.

शिअद के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को उनकी पारंपरिक लंबी सीट पर 11,396 मतों से हराने वाले गुरमीत सिंह भी मंत्रिमंडल में जगह पाने में असफल रहे.

उगोके ‘आप’ में शामिल होने से पहले मोबाइल फोन की दुकान चलाते थे जबकि गुरमीत सिंह पिछले साल कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए थे।

अमृतसर पूर्व सीट से कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को हराने वाले सामाजिक कार्यकर्ता जीवनज्योत कौर को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है.

आप उम्मीदवार अजीत पाल सिंह कोहली ने पटियाला शहरी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को हराया, जबकि जगदीप कंबोज ने जलालाबाद में शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को हराया. ये दोनों नेता भी भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना सके.

अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर और सर्वजीत कौर मनुके सहित दो बार के विधायकों में से किसी को भी मंत्री पद नहीं मिला.

दैनिक भास्कर के एक विश्लेषण के मुताबिक, मंत्रिमंडल में शामिल मान और दस मंत्रियों में से कुल 9 करोड़पति हैं और 2 लखपति हैं. सबसे कम संपत्ति भोआ विधायक लाल चंद के पास (6 लाख रुपये) है.

सबसे अधिक संपत्ति ब्रह्म शंकर जिंपा (8 करोड़) के पास है. पूरे मंत्रिमंडल की कुल संपत्ति 72 करोड़ रुपये है, जबकि चन्नी सरकार के मंत्रियों की कुल संपत्ति 348 करोड़ रुपये थे.

वहीं, मान के मंत्रिमंडल की औसत उम्र 46 वर्ष है, जबकि चन्नी मंत्रिमंडल की औसत उम्र 59 वर्ष थी. सबसे युवा मंत्री 31 साल के हरजोत बैंस हैं. जबकि गुरजीत सिंह मीत हेयर महज 32 साल के हैं.

अगर मंत्रियों के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो मुख्यमंत्री मान समेत 7 मंत्रियों पर मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक कुलदीप धालीवाल पर हत्या का मुकदमा दर्ज है.

मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पंजाब में विभिन्न विभागों में 25 हजार रिक्तियों को भरने का फैसला

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को ही अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में किए गए पहले फैसले के तहत पुलिस विभाग में 10,000 सहित राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 25,000 रिक्तियों को भरने को मंजूरी दे दी.

विभिन्न विभागों में 25,000 रिक्त पदों को भरने का निर्णय मुख्यमंत्री मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में किया गया. मान ने एक वीडियो संदेश में इसकी घोषणा की.

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, ‘आज मंत्रिमंडल की बैठक में 25,000 सरकारी नौकरियों का एजेंडा पारित हुआ.’

मान ने कहा कि पंजाब पुलिस विभाग में 10,000 पद भरे जाएंगे और बाकी नौकरियां अलग-अलग विभागों, बोर्ड और निगमों में होंगी. उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर नौकरियां दी जाएंगी.

उन्होंने कहा, ‘कोई भेदभाव नहीं होगा, कोई ‘सिफारिश’ या कोई रिश्वत नहीं होगी.’

बता दें कि आम आदमी पार्टी हालिया संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान बेरोजगारी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)