जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के पाउडर से होता है कैंसर, 32,000 करोड़ रुपये का जुर्माना

22 कैंसर पीड़िताओं ने दर्ज कराई थी शिकायत. अमेरिका में इस संबंध में 9,000 से ज़्यादा शिकायत कंपनी के ख़िलाफ़ दर्ज हैं. कंपनी के पाउडर संबंधी उत्पादों में हानिकारक रसायन एसबेस्टस पाया जाता है.

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FILE PHOTO: A bottle of Johnson and Johnson Baby Powder is seen in a photo illustration taken in New York, February 24, 2016. REUTERS/Mike Segar/Illustration
FILE PHOTO: A bottle of Johnson and Johnson Baby Powder is seen in a photo illustration taken in New York, February 24, 2016. REUTERS/Mike Segar/Illustration

22 कैंसर पीड़िताओं ने दर्ज कराई थी शिकायत. अमेरिका में इस संबंध में 9,000 से ज़्यादा शिकायत कंपनी के ख़िलाफ़ दर्ज हैं. कंपनी के पाउडर संबंधी उत्पादों में हानिकारक रसायन एसबेस्टस पाया जाता है.

FILE PHOTO: A bottle of Johnson and Johnson Baby Powder is seen in a photo illustration taken in New York, February 24, 2016. REUTERS/Mike Segar/Illustration
(फाइल फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: विख़्यात अमेरिकी फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन पर अमेरिका में 32000 करोड़ रुपये (4.7 बिलियन डॉलर) के भारी-भरकम जुर्माने का आदेश जारी किया गया है. कंपनी के खिलाफ अमेरिका के मिसौरी राज्य में कई महिलाओं ने मामला दर्ज कराया था. जुर्माने का कारण कंपनी के पाउडर संबंधित उत्पादों के कारण गर्भाशय का कैंसर होना पाया गया है.

कंपनी द्वारा चुकाया जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना होगा.

इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 महिलाओं द्वारा दायर किए गए एक मामले में ज्यूरी ने सर्वसम्मति के बाद यह फैसला जारी किया. महिलाओं का आरोप था कि कंपनी के पाउडर आधारित उत्पादों के चलते उनमें गर्भाशय का कैंसर विकसित हुआ है.

शिकायतकर्ताओं के अनुसार, टैलकम पाउडर आधारिक उत्पादों में मौजूद एसबेस्टस ने उनमें गर्भाशय के कैंसर के विकास में योगदान दिया.

अभियोजन पक्ष के वकीलो के अनुसार, महिलाओं को सत्तर के दशक से ही यह जानकारी थी कि कंपनी के पाउडर आधारित उत्पादों में एसबेस्टस की मौजूदगी है, लेकिन उत्पादों पर ऐसी कोई चेतावनी नहीं लिखी गई कि एसबेस्टस के दुष्परिणाम क्या हैं. उन्होंने दावा किया कि कई दशकों तक बेबी पाउडर जैसे उत्पाद प्रयोग करने से कैंसर हुआ.

ज्यूरी ने दोनों पक्षों के छह हफ्तों तक बयान सुनने के बाद कंपनी को 28152 करोड़ रुपये (4.14 बिलियन डॉलर) दंडात्मक क्षतिपूर्ति और लगभग 3800 करोड़ रुपये (550 मिलियन डॉलर) प्रतिपूरक क्षतिपूर्ति के रूप में शिकायतकर्ताओं को देने के आदेश दिए.

अपने जबाव में जॉनसन एंड जॉनसन ने एसबेस्टस होने के किसी भी दावे से इनकार करते हुए कहा, ‘यह हमारे उत्पादों में मौजूद नहीं है और न ही इस केमिकल से कैंसर होता है.’

कंपनी ने जुर्माने की पूरी प्रक्रिया को अनुचित ठहराते हुए कहा कि यह प्रक्रिया गलत थी क्योंकि शिकायतकर्ता अधिकतर महिलाएं मिसौरी राज्य में नहीं रहतीं, बावजूद इसके उन्होंने यहां मुकदमा किया.

गौरतलब है कि केवल पांच महिलाएं मिसौरी की रहने वाली हैं, 17 अन्य राज्यों की, इनमें से छह की मौत कैंसर के चलते हो चुकी है.

कंपनी ने आगे इस मामले में अपील करने की बात कही है.

गौरतलब है कि जॉनसन एंड जॉनसन वर्तमान में पूरे अमेरिका में मुकदमों का सामना कर रहा है. इसके उत्पादों के द्वारा गर्भाशय का कैंसर होने का दावा करने वाली महिलाओं द्वारा 9,000 से ज्यादा मुकदमें दर्ज कराए गए हैं.

गौरतलब है कि ऐसे ही एक मामले में पिछले साल वर्जिनिया में कंपनी को लगभग 70 करोड़ (10 मिलियन डॉलर) का जुर्माना सहना पड़ा था.

इससे पहले 2016 में भी कंपनी को एक कैंसर के मरीज को समान समस्या होने के चलते 375 करोड़ (55 मिलियन डॉलर) का हर्जाना भरना पड़ा था.