शामली ज़िले के हथछोया गांव में हुई घटना. मृतक राजेंद्र के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही 6 लोग, जिनका एक दिन पहले राजेंद्र से झगड़ा हुआ था, ने उसे लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला.
मुजफ्फरनगर: शामली जिले के झिंझाना पुलिस थाना अंतर्गत हथछोया गांव में भीड़ द्वारा कथित तौर पर पुलिस की गाड़ी से खींचकर एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार मृतक की पहचान राजेंद्र उर्फ़ मोनू (28) के तौर पर हुई है. बताया जा रहा है कि वह नशे में उत्पात कर रहा था.
इस घटना का एक कथित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति पुलिस की गाड़ी में बैठा है और एक नीले रंग की कमीज पहना एक व्यक्ति गाड़ी का दरवाजा खोलकर उसे लगातार थप्पड़ मारता है. राजेंद्र के बगल में बैठा एक पुलिसकर्मी उसका हाथ पकड़ता है. इसके बाद यह व्यक्ति राजेंद्र को गाड़ी से बाहर खींच लेता है.
राजेंद्र के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही 6 लोग, जिनका एक दिन पहले राजेंद्र से झगड़ा हुआ था, ने उसे लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला. हालांकि पुलिस का दावा है कि राजेंद्र की मौत सिर में चोट लगने से हुई है. पुलिस का कहना है कि उस पर हमला होने के करीब दो घंटे बाद राजेंद्र अपने घर की छत से गिरा था.
शामली के एसपी अजय प्रताप सिंह ने बताया, ‘सोशल मीडिया पर चल रही वीडियो क्लिप अधूरी है. राजेंद्र पुलिस की गाड़ी से भागने में कामयाब हो गया था और भीड़ ने उसे पीटा. उसकी मौत पुलिस हिरासत में नहीं हुई. हमने विभागीय जांच का आदेश दिया है और दो कांस्टेबल भी सस्पेंड कर दिए गए हैं… उसके पुलिस की गाड़ी से उतरने के दो घंटे बाद उसकी मौत की खबर आयी थी.’
पुलिस ने राजेंद्र के भाई अंकित की शिकायत पर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और छह लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148,, 149 और 302 के तहत मामला दर्ज किया है.
इस बीच नाराज स्थानीय लोगों ने थाना भवन रोड जाम किया और राजेन्द्र के शव को खुले में रखकर न्याय की मांग की.
कैराना के डिप्टी एसपी राजेश तिवारी ने बताया कि राजेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद ही उसकी मौत की वजह के बारे में कुछ कहा जा सकेगा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)