पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट में आग लगने से पांच लोगों की मौत, कोविशील्ड केंद्र सुरक्षित

महाराष्ट्र के पुणे शहर स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी परिसर में एक भवन में बृहस्पतिवार दोपहर बाद आग लग गई थी. इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने आश्वस्त किया है कि आग लगने की वजह से कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ का उत्पादन प्रभावित नहीं होगा.

तेलंगाना: टीकाकरण के बाद स्वास्थ्यकर्मी की मौत, अधिकारी ने कहा- मृत्यु का कारण टीका नहीं

तेलंगाना में अभी तक 69,625 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. सार्वजनिक स्वास्थ्य के निदेशक के अनुसार, अभी तक राज्य के 77 लोगों में टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के मामले सामने आए हैं, जिसमें से तीन को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था और उनकी हालत स्थिर है.

क्या कोवैक्सीन को मिली मंज़ूरी पहले टीका लेने वालों के लिए इधर कुआं-उधर खाई वाली स्थिति है

कोवैक्सीन को लेकर जानकारियों/आंकड़ों पर गोपनीयता का पर्दा पड़ा हुआ है और हम एक ऐसी मुश्किल स्थिति में हैं, जिसमें कम से कम कुछ लोगों के पास वैक्सीन लेने के अलावा शायद और कोई विकल्प नहीं है, भले ही उनके मन में अपनी सलामती को लेकर कितना ही संदेह क्यों न हो.

कोविशील्ड में शामिल किसी भी सामग्री से एलर्जी है तो टीका न लगवाएंः सीरम इंस्टिट्यूट

कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ने टीका लेने वालों को वैक्सीन के जोखिम और फायदों से अवगत कराने के लिए एक फैक्टशीट जारी की है. इससे पहले कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने भी इसी तरह की फैक्टशीट जारी की थी.

कोरोना वैक्सीन से जुड़े अहम सवाल, जिन्हें पूछा जाना चाहिए

वीडियो: बीते दिनों भारत के औषध महानियंत्रक यानी डीसीजीआई ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक द्वारा विकसित टीके कोवैक्सीन को देश में सीमित आपात इस्तेमाल की मंज़ूरी दी है. हालांकि इनको लेकर उठे सवाल अब भी अनुत्तरित हैं.

महाराष्ट्र: कोविड-19 टीकाकरण के बाद सात लोग अस्पताल में भर्ती

अमरावती मंडल के अकोला और बुलढाना ज़िलों में कोविशील्ड टीका लगवाने के एक दिन बाद सात व्यक्तियों को मांसपेशियों में दर्द और बुखार की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती किया गया है. अमरावती के मंडलायुक्त पीयूष सिंह का कहना है कि वे सभी ठीक हैं और उन्हें जल्द अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.

झारखंड: टीका न लगवाने पर सरकारी कर्मचारियों का वेतन रोकने को कहा, विवाद के बाद आदेश वापस

कोडरमा ज़िले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला स्वास्थ्य समिति की मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ के 16 जनवरी के एक आदेश में सरकारी कर्मचारियों के टीका न लगवाने पर उनका वेतन रोकने की बात कही गई थी, जिसका काफ़ी विरोध हुआ.

कोविड टीकाकरण: दिल्ली में 52 और महाराष्ट्र में 14 लोगों पर साइड इफेक्ट के मामले सामने आए

कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले दिन देशभर में जिन स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया उनमें से 75 से अधिक लोगों में टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के मामले सामने आए. दिल्ली में एक गंभीर और 51 मामूली, जबकि महाराष्ट्र में ऐसे 14 मामले सामने आए.

रेज़िडेंट डॉक्टरों ने कोवैक्सीन पर संदेह जताया, भारत बायोटेक ने कहा- साइड इफेक्ट पर देंगे मुआवज़ा

कोवैक्सीन का केवल पहले और दूसरे चरण का ट्रायल पूरा हुआ है, जबकि तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल का अध्ययन अभी किया जा रहा है. दिल्ली के आरएमएल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि उन्हें इसे लेकर कुछ संदेह है और उनमें से अधिकतर टीकाकरण अभियान में हिस्सा नहीं लेंगे.

कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए चुनाव आयोग ने अपने डेटा के इस्तेमाल की मंज़ूरी दी

बीते दिसंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि आयोग बूथ स्तर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने में मदद करे. हालांकि चुनाव आयोग चाहता है कि टीकाकरण अभियान समाप्त होने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी ये डेटा मिटा दें.

कोरोना वैक्सीन को मंज़ूरी तो मिल गई, लेकिन सरकार का इन दस सवालों के जवाब देना बाक़ी है

बीते दिनों भारत के औषध महानियंत्रक यानी डीसीजीआई ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके कोवैक्सीन के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को मंज़ूरी दी है. हालांकि इनको लेकर उठे सवाल अब भी अनुत्तरित हैं.

देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू होगा

कोविड-19 टीकाकरण की शुरुआत में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी संख्या क़रीब तीन करोड़ है. इसके बाद 50 साल की उम्र से अधिक और 50 साल से कम उम्र के वे समूह, जिनकी कोई कोमॉर्बिड अवस्था है, को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी संख्या क़रीब 27 करोड़ है.

‘अस्पताल की गाड़ी मोहल्ले में ऐलान कर रही थी कि टीका लगवा लो पैसे मिलेंगे, सो हम चले गए’

विशेष रिपोर्ट: भोपाल के पीपुल्स अस्पताल पर आरोप है कि उसने गैस त्रासदी के पीड़ितों समेत कई लोगों पर बिना जानकारी दिए कोरोना की वैक्सीन के ट्रायल किए, जिसके बाद तबियत बिगड़ने पर उनका निशुल्क इलाज भी नहीं किया गया. अस्पताल और स्वास्थ्य मंत्री ने ऐसा होने से इनकार किया है.

कोरोना के स्वदेशी टीके के आपात प्रयोग की मंज़ूरी भटके हुए सरकारी उत्साह का परिणाम तो नहीं है

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके के आपात इस्तेमाल को मंज़ूरी देने के बाद से इसे लेकर कुछ सवाल उठ रहे हैं. लेकिन सरकार और उसके समर्थक जवाब न देने की अपनी पुरानी परंपरा के मुताबिक़ सवाल पूछने वालों पर राजनीति करने की तोहमत लगा रहे हैं.

देश में ऑक्सफोर्ड और भारत बायोटेक के कोविड-19 टीकों के आपात इस्तेमाल की मंज़ूरी

दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने ‘कोविशील्ड’ के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है. भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ का विकास किया है. केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति की अनुशंसा के आधार पर भारत के औषध महानियंत्रक ने यह मंज़ूरी दी है.