महाराष्ट्रः पुणे में एल्गार परिषद के कार्यक्रम का आयोजन 30 जनवरी को होगा

यह कार्यक्रम शुरुआत में 31 दिसंबर 2020 को होना था, लेकिन पुलिस द्वारा मंजूरी नहीं दिए जाने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया था. 2017 में भीमा-कोरेगांव युद्ध के 200 साल पूरे होने के मौके पर एल्गार परिषद कार्यक्रम का आयोजन 31 दिसंबर को पुणे के शनिवारवाड़ा में किया गया था. इसके अगले दिन यहां हिंसा भड़क उठी थी.

एबीवीपी की आपत्ति के बाद तमिलनाडु की यूनिवर्सिटी ने पाठ्यक्रम से अरुंधति रॉय की किताब हटाई

तिरुनेल्वेली की एम. सुंदरनर यूनिवर्सिटी के वीसी ने बताया कि उन्हें एबीवीपी से शिकायत मिली थी कि बीए के पाठ्यक्रम में शामिल बुकर पुरस्कार विजेता अरुंधति रॉय की किताब 'वॉकिंग विद द कॉमरेड्स' में लेखक के माओवादी इलाकों में जाने को लेकर विवादित कंटेट है, जिसके बाद इसे सिलेबस से हटा दिया गया.

कार्यकर्ताओं और विद्वानों को निर्ममता से जेल में डाल रही है सरकार: अरुंधति रॉय

भीमा कोरेगांव मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हेनी बाबू की गिरफ़्तारी के बाद लेखक अरुंधति रॉय ने केंद्र सरकार की आलोचना की हैं, वहीं जेएनयू छात्रसंघ ने कहा कि इस मामले में हुई घटिया जांच का एकमात्र निशाना वे कार्यकर्ता और स्कॉलर हैं जिन्होंने सत्तारूढ़ दल की नीतियों और सांप्रदायिकता पर सवाल उठाए हैं.

केरल: भाजपा नेता ने कालीकट विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से अरुंधति रॉय का भाषण हटाने की मांग की

केरल के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान को लिखे गए पत्र में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि अरुंधति रॉय के 'देशविरोधी' भाषण में देश की संप्रभुता और अखंडता पर सवाल उठाया गया है.

विरोध प्रदर्शन करने वाले 24 घंटे पहले आयोजन की सूचना दें: दिल्ली विश्वविद्यालय

दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर द्वारा जारी किए गए एक नोटिस के अनुसार, विरोध प्रदर्शन करने वाले आयोजकों को कार्यक्रम की जानकारी, वक्ताओं की सूची, प्रतिभागियों की अपेक्षित संख्या जैसी अन्य जानकारियां प्रस्तुत करनी होगी.

मोदी एनआरसी को लेकर झूठ बोल सकते हैं, लेकिन हमारा मज़ाक करना अपराध हैः अरुंधति रॉय

अरुंधति रॉय ने 25 दिसंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी में एनपीआर को लेकर कहा था कि यह भी एनआरसी का ही हिस्सा है. जब सरकारी मुलाज़िम एनपीआर के लिए जानकारी मांगने आपके घर आएं तो उन्हें अपना नाम रंगा-बिल्ला बता दें और अपने घर का पता देने के बजाय प्रधानमंत्री आवास का पता लिखवा दें.

नागरिकता कानून विरोध प्रदर्शन: प्रशांत भूषण, हर्ष मंदर समेत अन्य को हिरासत में लिया गया

दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने वालों में योगेंद्र यादव, धर्मवीर गांधी, छात्र नेता उमर खालिद, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित, स्वराज इंडिया के दिल्ली अध्यक्ष कर्नल जयवीर, आईसा अध्यक्ष सुचेता दे, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट के नेता नदीम खान समेत कई लोग शामिल हैं.

नागरिकता कानून: सारा भारत एक साथ, इस सरकार की विश्वसनीयता नहीं बची- अरुंधति रॉय

देशभर में 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए दिल्ली सहित कई शहरों में धारा 144 लागू करने के साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगाई गई है.

मैं भी ‘अर्बन नक्सल’ हूं!

दलितों और पिछड़ों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार कर, उन पर ‘माओवादी’ का लेबल लगाकर सरकार दलित महत्वकांक्षाओं का अपमान करती है, साथ ही दूसरी ओर दलित मुद्दों के प्रति संवेदनशील दिखने का स्वांग भी रचती है.

द मिनिस्ट्री आॅफ अटमोस्ट हैपीनेस: प्रेम, हिंसा और भय का आख्यान

अरुंधति रॉय आज के भारत के सीमांत पर उपज रही कल्पनाओं, हसरतों, प्रतिरोधों और गरिमा से जीने की ललक को इस नये उपन्यास में उकेरने का प्रयास करती हैं.

फिर फर्ज़ी ख़बर फैलाते पाए गए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा

सोशल मीडिया पर भारतीय सैनिकों की फर्ज़ी तस्वीर और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का फर्ज़ी वीडियो साझा करने के बाद संबित पात्रा एक बार फिर झूठी ख़बर फैलाते हुए पाए गए हैं.

अरुंधति रॉय वाली ख़बर फ़र्ज़ी थी तो भी मुझे कोई खेद नहीं है: परेश रावल

परेश रावल ने कहा, 'अगर उन्हें सेना की जीप से बांधा जाता तो पथराव करने वाला कोई भी व्यक्ति उन पर हमला नहीं करता क्योंकि वह उनकी विचारधारा का समर्थन करती हैं.'

जिस ख़बर के आधार पर परेश रावल और मीडिया ने अरुंधति पर हमला बोला, वो फर्ज़ी थी

परेश रावल और उनके समर्थकों का कहना था कि उनका गुस्सा अरुंधति रॉय की कश्मीर पर की गई हालिया टिप्पणी पर था. पर असलियत ये है कि अरुंधति ने ये टिप्पणी कभी की ही नहीं थी.