गुजरात: दो ज़िलों से पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, अफ़ग़ानी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने को कहा गया

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 16 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए गुजरात के मेहसाणा और आनंद ज़िलों के कलेक्टरों को पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफ़ग़ानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बुद्ध, जैन, पारसी, ईसाई समुदाय के लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने की अनुमति दी है.

गुजरात: होटल मालिकों में मुस्लिम शामिल होने पर प्रदर्शन, समुदाय विरोधी नारे लगाए गए

मामला गुजरात के आणंद का है, जहां एक हिंदू और दो मुसलमान व्यक्तियों ने मिलकर एक होटल शुरू किया है, जिसका विरोध हो रहा है. बीते दिनों हुए प्रदर्शन में लोगों ने राम भजन गाते हुए वहां गंगाजल छिड़का, ताकि उस क्षेत्र का ‘शुद्धिकरण’ किया जा सके. प्रदर्शनकारियों के इस समूह में डॉक्टर, वकील और छात्र आदि शामिल थे.

गुजरातः महिला से कई बार बलात्कार के आरोप में एक फोटोग्राफर, वकील और डॉक्टर गिरफ़्तार

घटना आणंद की है, जहां एक महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि बीते डेढ़ साल में तीनों आरोपियों ने साज़िशन कई बार उनका बलात्कार किया, जबरन उनकी निजी तस्वीरें खींची और उन्हें लीक करने की धमकी दी.

यूएपीए के आरोपी को रिहा करते हुए कोर्ट ने कहा था- साक्ष्यों की बजाय भावना पर आधारित थे आरोप

मार्च 2010 में गुजरात एटीएस ने श्रीनगर के बशीर अहमद बाबा को आतंकवाद के आरोप में गिरफ़्तार किया था. बीते महीने उन्हें रिहा करते हुए सत्र अदालत ने कहा था कि अभियोजन कोई साक्ष्य नहीं दे सका. किसी भी शख़्स को समाज में डर या अराजकता फैलाने और समाज के प्रति चिंता के आधार पर दोषी नहीं ठहराया जा सकता.

आनंद, वो फिल्म जिसका हास्यबोध अपने वैविध्य के प्रति आश्वस्त भारत को दिखाता है

1971 रिवाइंड: पचास साल बाद भी हृषिकेश मुखर्जी का 'आनंद' भाषा, जाति, मज़हब की हदों के परे जाकर उसी तरह ख़ुशियां लुटा रहा है.

गुजरात: किसान आंदोलन के समर्थन में कथित आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट पर युवक के ख़िलाफ़ केस दर्ज

गुजरात के आणंद का मामला. आरोप है कि खंभात की शान नाम से फेसबुक पेज चलाने वाले शख़्स ने किसान आंदोलन के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक पोस्ट की और लोगों को भड़काने का काम किया.

सुप्रसिद्ध गीतकार योगेश का निधन

गीतकार योगेश ने राजेश खन्ना की फिल्म आनंद, जया भादुड़ी की फिल्म मिली, अमोल पालेकर की फिल्म रजनीगंधा, छोटी सी बात और बातों बातों में के अलावा अमिताभ बच्चन की फिल्म मंज़िल के लिए यादगार गीत लिखे थे.

हृषिकेश मुखर्जी: जिसने सिनेमा के साथ दर्शकों की भी नब्ज़ पढ़ ली थी

हृषिकेश सिनेमा के रास्ते पर आम परिवारों की कहानी की उंगली थामे निकले थे. ये समझाने कि हंसी या आंसुओं को अमीर-गरीब के खांचे में नहीं बांटा जा सकता.