निकिता तोमर हत्या मामले में अदालत ने दो दोषियों को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई

पिछले साल 26 अक्टूबर को बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता तोमर परीक्षा देकर कॉलेज से बाहर निकली थीं, तभी तौसीफ़ और रेहान नाम के युवकों ने उन्हें जबरन कार में बैठाने की कोशिश की थी. असफल होने पर तौसीफ़ ने गोली मारकर निकिता की हत्या कर दी थी. हरियाणा के गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हाईकोर्ट में अपील दायर कर दोनों को मौत की सज़ा देने का अनुरोध करेगी.

हरियाणा: बल्लभगढ़ में कॉलेज के बाहर छात्रा की हत्या के आरोप में दो गिरफ़्तार

बल्लभगढ़ में सोमवार को दो युवकों ने एक छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया था और असफल रहने पर उसे गोली मार दी. परिजनों का आरोप है कि मुख्य आरोपी छात्रा पर शादी का दबाव बना रहा था. पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया है.

लॉकडाउन में पलायन: आठ सौ किलोमीटर, साठ घंटे और दस मज़दूरों का संघर्ष

कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र हुए लॉकडाउन के बाद दस मज़दूर हरियाणा के बल्लभगढ़ से उत्तर प्रदेश के देवरिया में अपने घर पहुंचे हैं. 800 किलोमीटर की यह यात्रा उन्होंने तीन दिनों में पैदल, ट्रक, ऑटो और सरकारी बस की मदद से पूरी की.

हरियाणाः पुलिसकर्मियों ने महिला को बेल्ट से पीटा, पांच पर कार्रवाई

मामला अक्टूबर 2018 का है. पुलिस का कहना है कि सूचना मिली थी कि एक पार्क में महिला और पुरूष ग़लत काम कर रहे थे, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को देखकर व्यक्ति फरार हो गया था जबकि वहां मौजूद महिला से पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के दौरान अभद्र व्यवहार एवं मारपीट की.

जुनैद हत्याकांड: आरोपी पक्ष के वकील की मदद कर रहे थे हरियाणा सरकार के वकील

न्यायाधीश ने सुनवाई के दौरान पाया कि सरकारी वकील नवीन कुमार कौशिक आरोपी के वकील को गवाहों से पूछा जाने वाला सवाल पहले ही बता रहे थे.

जंतर​​​​-मंतर: भीड़ द्वारा पीट​​​​-पीटकर की जा रही हत्याओं के विरोध में प्रदर्शन

देश भर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार देने की बढ़ती घटनाओं के विरोध में नई दिल्ली के जंतर​​​​-मंतर पर लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया.

सब इंसान एक हैं, हम चाहते हैं पूरे हिंदुस्तान में अमन हो: जुनैद के पिता

बल्लभगढ़, हरियाणा के हाफिज जुनैद को हाल ही में भीड़ ने पीट पीटकर मार दिया था. परिवार का आरोप है कि यह हत्या विशुद्ध सांप्रदायिक कारण से है.

मोदी समर्थक मुस्लिम संगठन की मांग, मुस्लिमों की हत्याओं पर रोक लगाइए

2014 में आम चुनावों में मोदी के जीतने के बाद सबसे पहले उनका अभिवादन करने वाले मुस्लिम कार्यकर्ताओं में से एक जसीम मोहम्मद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिमों की हत्याएं रोकने की अपील की है.

क्या यह दावा कमज़ोर हुआ है कि हिंदू बहुसंख्यक हैं इसलिए देश धर्मनिरपेक्ष है?

2017 की ढलती जून की इस सुबह ईद मुबारक कहना झूठी तसल्ली जान पड़ती है, एक झूठा आश्वासन, सच्चाई से आंख चुराना! सच यह है कि यह ईद मुबारक नहीं है.