झारखंड के सिमडेगा ज़िले भेड़ीकुदर गांव में 16 सिंतबर को सात आदिवासी ईसाइयों के साथ गोहत्या के आरोप में कथित रूप से मारपीट की गई थी. पीड़ितों से आरोप लगाया है कि उनसे जबरन ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवाए गए. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया.
घटना रविवार को बादलपुर थाना क्षेत्र में हुई. आरोप है कि कैब ड्राइवर का काम करने वाले आफ़ताब आलम एक व्यक्ति को बुलंदशहर छोड़कर वापस आ रहे थे, जब उनकी कैब में सवार हुए कुछ लोगों ने उनसे जबरन जय श्रीराम बोलने को कहा और ऐसा न करने पर उनकी हत्या कर दी.
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए बयान के विरोध में वाराणसी में कुछ लोगों ने कथित तौर पर एक नेपाली युवक का मुंडन करके उनके सिर पर जय श्री राम लिखवा दिया था. पुलिस ने बताया कि हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या युवक नेपाली मूल के हैं.
आईआईटी रूड़की में हुई एक अन्य घटना में दो नाइज़ीरियाई छात्रों पर हुए हमले के संबंध में संस्थान के निदेशक और उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी समेत आठ व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.
मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का है. पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि करीब 12 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है.
घटना उत्तर प्रदेश के उन्नाव की है. आरोप है कि क्रिकेट खेलने पहुंचे एक मदरसे के छात्रों को भला-बुरा कहते हुए कुछ युवकों ने कथित तौर पर ‘जय श्रीराम’ बोलने को कहा. मना करने पर उन्हें बैट से पीटा गया और भागने पर पथराव भी किया गया.
यह घटना कानपुर के बर्रा इलाके की है. मुस्लिम किशोर का आरोप है कि 28 जून को मस्जिद से नमाज़ पढ़ कर लौटने के दौरान तीन से चार बाइक सवारों ने उसके टोपी पहने होने का विरोध करते हुए मारपीट की. इसके साथ ही दोबारा टोपी पहनकर इलाके में नहीं आने की भी धमकी भी दी गई.
मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह घटना महाराष्ट्र के ठाणे में 24 जून को उस समय हुई, जब मुस्लिम टैक्सी ड्राइवर सवारी को लेकर लौट रहा था और बीच रास्ते में उसकी टैक्सी खराब हो गई.
बीते हफ्ते पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर ‘जय श्री राम’ न कहने पर ट्रेन से फेंके गए मदरसा शिक्षक मोहम्मद शाहरुख का दावा है कि उनके द्वारा हमला करने वाले लोगों और उनके संगठन के बारे में पुलिस को बताने के बावजूद किसी आरोपी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है.
झारखंड में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को ‘जघन्य अपराध’ क़रार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का मक़सद सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना है.
पश्चिम बंगाल के एक मदरसा टीचर का कहना है कि यह घटना 20 जून को उस समय हुई, जब वह ट्रेन से दक्षिण 24 परगना जिले से हुगली जा रहे थे. आरोप है कि ट्रेन में कुछ लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे थे, उन्होंने उन्हें भी नारे लगाने को कहा, इनकार करने पर मारपीट की गई और ट्रेन से धक्का दे दिया गया.
क़ानून का राज होने के बाद भी भीड़ का राज क़ायम है. इस भीड़ को धर्म, जाति और परंपरा के नाम पर छूट मिली है. किसी औरत को डायन बताकर मार देती है, जाति तोड़कर शादी करने वालों की हत्या कर देती है. इसी कड़ी में अब यह शामिल हो गया है कि अपराध करने वाला या झगड़े की ज़द में आ जाने वाले मुसलमान को जय श्री राम के नाम पर मार दिया जाएगा.
पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ के नारों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आक्रोशित प्रतिक्रिया पर द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि इसे राम के ख़िलाफ़ उनके विरोध के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. ममता राम का विरोध नहीं कर रहीं बल्कि भाजपा का विरोध कर रही हैं.
उत्तर प्रदेश के मथुरा का मामला. पुलिस ने बताया कि हमलावर ने विदेशी श्रद्धालु को ‘राम-राम’ कहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. आरोपी के दोबारा ‘राम-राम’ करने पर विदेशी नागरिक ने उसे थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद आरोपी ने उन पर चाकू से वार कर दिया.