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पाकिस्तान में आम चुनाव की मांग ज़ोर पकड़ रही है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी, सैन्य भागीदारी, आर्थिक अराजकता, बढ़ती महंगाई और देश में गैस और बिजली की भारी कमी के बीच वहां की सरकार ऐसा कर पाएगी?
वीडियो: पाकिस्तान में बाढ़ के चलते बलूचिस्तान और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांतों में हालात ख़राब हैं. सबसे गंभीर स्थिति सिंध में है, जहां अब तक सर्वाधिक 339 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. पाकिस्तान में अभी तक 1,70,000 से ज़्यादा घर तबाह हो चुके हैं, साथ ही क़रीब 150 से अधिक पुल भी बाढ़ के चलते टूट गए हैं.
2018 में पहली बार निर्वाचित होकर नेशनल एसेंबली पहुंचने वाले पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनज़ीर अली भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो-ज़रदारी को पहली बार सरकार में विदेश मंत्री जैसा बेहद महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है.
शनिवार को पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच देर रात को शुरू हुए मतदान के नतीजों में संयुक्त विपक्ष को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो मौजूदा प्रधानमंत्री को अपदस्थ करने के लिए आवश्यक बहुमत 172 से अधिक रहा. बताया जा रहा है कि पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ़ अगले प्रधानमंत्री चुने जा सकते हैं.
पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषकों को आशंका है कि देश में राजनीति के लिहाज़ से हालात अस्थिरता वाले हो सकते हैं, जहां अपने गढ़ों में शिकस्त का सामना करने वाले कई राजनीतिक दिग्गज आम चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच हाथ मिला सकते हैं.
राजनीतिज्ञ और पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान बन सकते हैं अगले प्रधानमंत्री. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी समेत विपक्षी दलों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया.