महाराष्ट्र में बीते 24 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस इस्तीफा दे चुके हैं. महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार मध्यरात्रि को समाप्त हो गया है.
मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार शाम राज्य में सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने के लिये अपनी इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा. इससे सरकार बनाने को लेकर पिछले 15 दिनों से चल रहे गतिरोध के खत्म होने की उम्मीद बनी है.
भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि पार्टी की कोर कमेटी रविवार को बैठक करेगी और भविष्य के कदम पर फैसला करेगी . सूत्रों ने बताया कि इससे पहले दिन में एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोनी राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी से मिले.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार मध्यरात्रि को समाप्त हो गया है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया, ‘हमें राज्यपाल से पत्र मिला है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी कोर कमेटी कल बैठक करेगी और आगे के कदमों पर चर्चा करेगी.’
राजभवन के बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने भाजपा विधायक दल के नेता देवेंद्र फड़णवीस को सरकार बनाने के लिये अपनी पार्टी की इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है.
बयान में कहा गया, ‘महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव 21 अक्टूबर को हुआ और परिणाम की घोषणा 24 अक्टूबर को हुई. हालांकि, 15 दिन बीतने के बावजूद कोई भी एक पार्टी या गठबंधन सरकार बनाने के लिए आगे नहीं आयी है. ’
इसमें आगे कहा गया है कि चूंकि सरकार बनाने के लिए कोई भी पार्टी आगे नहीं आयी है ऐसे में राज्यपाल ने शनिवार को सरकार के गठन की संभावना का पता लगाने का फैसला किया है और आज सबसे बड़ी पार्टी, भाजपा के निर्वाचित सदस्यों के नेता को इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 161 सीटों पर जीत दर्ज की है लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अब तक सरकार का गठन नहीं हुआ है. फड़णवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा.
कांग्रेस के 44 में से 35 विधायक कांग्रेस शासन वाले राजस्थान में है. पार्टी के एक विधायक ने पहचान उजागर नहीं करने का अनुरोध करते हुए बताया कि जल्द ही और विधायकों के आने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि एआईसीसी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट रविवार को जयपुर में उनसे मिलेंगे.
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अगले सप्ताह पार्टी के विधायकों की बैठक बुलायी है. पार्टी के एक सूत्र ने इस बारे में बताया. उन्होंने बताया, ‘विधायक सोमवार को मुंबई आएंगे. बैठक एक दिन बाद हो सकती है’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को साफ कर दिया कि जनता ने भाजपा-शिवसेना को स्थायी सरकार बनाने का जनादेश दिया है.
Nawab Malik, NCP: We will see if Shiv Sena votes against BJP in the House to pull down BJP government. We will consider supporting an alternate govt. We have called a meeting of all our MLAs on 12th November. Sharad Pawar will also attend that meeting. (File pic) #Maharashtra pic.twitter.com/nVyWQEa4Q4
— ANI (@ANI) November 9, 2019
वहीं, एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि राज्यपाल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पार्टियां विधायकों की खरीद-फरोख्त में न शामिल हों. सरकार बनाने का दावा करने के लिए राज्यपाल ने भाजपा को न्यौता दिया है. यह प्रक्रिया पहले भी अपनाई जा सकती थी.
उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी सदन के पटल पर भाजपा के खिलाफ मतदान करेगी. उन्होंने कहा, ‘अगर शिवसेना भाजपा के खिलाफ वोट करेगी तो एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने की प्रक्रिया पर विचार कर सकती है. हम अपने सभी विधायकों के साथ 12 नवंबर को एक बैठक करेंगे जिसमें शरद पवार भी शामिल होंगे.’
Shiv Sena leader Sanjay Raut: Congress is not the enemy of the State. All parties have differences on some issues. https://t.co/ckIfQzI4TP
— ANI (@ANI) November 10, 2019
वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है. कांग्रेस महाराष्ट्र की दुश्मन नहीं है. सभी दलों में कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)