तमिलनाडु: आईआईटी छात्रा आत्महत्या को लेकर डीएमके ने किया प्रदर्शन, पिता ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की

आईआईटी मद्रास में प्रथम वर्ष की छात्रा फ़ातिमा लतीफ़ ने नौ नवंबर को छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी. केरल मूल की छात्रा के पिता ने आईआईटी के एक प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

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द्रमुक के कार्यकर्ता आईआईटी मद्रास के बाहर फातिमा लतीफ़ आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो: पीटीआई)

आईआईटी मद्रास में प्रथम वर्ष की छात्रा फ़ातिमा लतीफ़ ने नौ नवंबर को छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी. केरल मूल की छात्रा के पिता ने आईआईटी के एक प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

द्रमुक के कार्यकर्ता आईआईटी मद्रास के बाहर फातिमा लतीफ़ आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो: पीटीआई)
डीएमके के कार्यकर्ता आईआईटी मद्रास के बाहर फातिमा लतीफ़ आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो: पीटीआई)

चेन्नई: भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) मद्रास की छात्रा की आत्महत्या मामले की ‘पारदर्शी’ जांच की मांग को लेकर डीएमके सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने प्रदर्शन किया.

संस्थान ने कहा कि वह पुलिस जांच में पूरा सहयोग करेगा. जांच केंद्रीय अपराध शाखा को सौंपी गई है.

विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है. छात्रा के पिता ने पहले आरोप लगाया था कि उसकी बेटी की खुदकुशी के लिए संस्थान के शिक्षक जिम्मेदार हैं.

छात्र के पिता ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और राज्य के पुलिस प्रमुख से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग की. मुख्यमंत्री ने हर जरूरी कदम उठाने का वादा किया.

मानविकी में प्रथम वर्ष की छात्रा फ़ातिमा लतीफ़ ने नौ नवंबर को छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी. छात्रा के पिता ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है और जांच की मांग की थी. इसके एक दिन बाद मामले की जांच केंद्रीय अपराध शाखा को सौंप दी गई. पुलिस अधिकारियों ने जांच के सिलसिले में परिसर का दौरा किया.

परिजनों ने दावा किया था कि फ़ातिमा के फोन से सुसाइड नोट मिला है जिसमें फातिमा लतीफ ने एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने इस बीच कहा है कि राज्य के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने तमिलनाडु के अपने समकक्ष और चेन्नई पुलिस आयुक्त से संपर्क किया है.

डीएमके कार्यकर्ताओं ने फ़ातिमा की तस्वीर के साथ प्रदर्शन किया और ‘आईआईटी के घेराव के लिए प्रदर्शन’ और ‘फ़ातिमा लतीफ़ के लिए न्याय के नारे लगाए.’

इनमें कई महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं, जिनके हाथों में तख्तियां थी जिस पर लिखा था कि ‘यह खुदकुशी नहीं, संस्थागत हत्या है.’ उन्होंने छात्रा के लिए न्याय की मांग की.

प्रदर्शन के मद्देनजर आईआईटी मद्रास के सामने की गेट पर भारी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है.

निष्पक्ष जांच के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए, आईआईटी मद्रास ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग एवं उसके खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों की निंदा की. साथ ही उसने इस मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ की भी भर्त्सना की.

मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और पुलिस महानिदेशक जेके त्रिपाठी से मुलाकात के बाद फातिमा के पिता अब्दुल लतीफ़ ने कहा कि परिवार निष्पक्ष जांच चाहता है.

अब्दुल ने कहा, ‘तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने भरोसा दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. मैं उनके आश्वासन से संतुष्ट हूं. जांच कल शुरू हुई है देखते हैं कि क्या होता है.’

अब्दुल लतीफ़ ने कहा कि पुलिस महानिदेशक ने भी कार्रवाई का भरोसा दिया है.

उन्होंने दावा किया कि जब बेटी का शव लेने परिवार और कोल्लम के महापौर आए थे तो पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था.

अब्दुल लतीफ ने फातिमा की मौत के संबंध में कई सवाल उठाए एवं आशंका जताई. उन्होंने कहा कि नौ नवंबर को खुदकुशी से पहले फातिमा को कैंटीन में रोते हुए देखा गया था और एक अज्ञात महिला ने सांत्वना दी थी. प्रशासन को उस महिला का पता लगाना चाहिए.

पिता ने संस्थान के शिक्षकों और स्थानीय पुलिस पर मिलीभगत कर मामले की लीपापोती करने की आशंका जताई और कहा कि फ़ातिमा के फोन की जांच परिजनों की मौजूदगी में होनी चाहिए जिसमें हत्या से जुड़ी जानकारी हो सकती है.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)