एनसीपी विधायक दल की बैठक में महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़णवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने वाले अजित पवार की जगह जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना गया.
मुंबईः महाराष्ट्र में भाजपा से हाथ मिलाने और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शनिवार को शपथ लेने वाले अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने विधायक दल के नेता पद से बर्खास्त कर दिया.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है. अजित की जगह जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना गया है.
NCP leader Jayant Patil replaces Ajit Pawar as NCP legislative party leader. https://t.co/IlVJ6F7lWB
— ANI (@ANI) November 23, 2019
एनसीपी विधायक दल की बैठक में शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि अजित पवार ने पार्टी की नीतियों का पालन नहीं किया. इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार भी मौजूद थे.
प्रस्ताव में कहा गया है कि व्हिप जारी करने के अजित पवार के अधिकार को भी वापस ले लिया गया है.
इसमें कहा गया है कि विधायक दल के अगले नेता का चयन होने तक एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के पास उनके सभी अधिकार होंगे.
सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह महाराष्ट्र की राजनीति के नाटकीय मोड़ लेने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने विधायक दल की बैठक बुलायी थी. इस बैठक में पार्टी के 54 में से 49 विधायक शामिल हुए.
सूत्रों ने बताया कि पार्टी को उम्मीद है कि बाकी बचे विधायक भी वापस लौट आयेंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार को 30 अक्टूबर को विधायक दल का नेता चुना गया था.
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी बैठक के बाद नवाब मलिक ने कहा , ‘अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटाया जाता है. अजित पवार के फैसले से पार्टी सहमत नहीं है, जब तक नया नेता नहीं चुना जाता सारी जिम्मेदारी जयंत पाटिल को दी गई है. हमें भरोसा है कि सभी विधायक वापस आ जाएंगे, पांच विधायक नहीं पहुंच पाए हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की सरकार बनेगी. ‘
मालूम हो कि एनसीपी नेता अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री पद की, जबकि अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)