बीते 23 नवंबर को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के शकूरपुर में सीवर की सफाई करने उतरे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और तीन अन्य बेहोश हो गए थे. पुलिस ने इस मामले में एक ठेकेदार और एक निजी सुपरवाइज़र को गिरफ्तार कर लिया था.
नई दिल्ली: बीते 23 नवंबर को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के शकूरपुर में सीवर की सफाई करने उतरे एक 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी और तीन अन्य बेहोश हो गए थे. बीमार पड़े तीन सफाई कर्मचारियों में एक की सोमवार को अस्पताल में मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि गोरे लाल, रोहित, साई और अशोक एक गैस एजेंसी के पास सीवर साफ करने उतरे थे. हादसे के दौरान ही अशोक की मौत हो गई थी. बीमारों को पीतमपुरा में भगवान महावीर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सीवर की सफाई का काम लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहित की हालत नाजुक थी और उन्हें सफदरजंग अस्पताल भेजा गया था जहां सोमवार को उनकी मौत हो गई. दो अन्य सफाई कर्मचारियों की हालत स्थिर बतायी गई है.
पीडब्ल्यूडी के एक ठेकेदार ने उन्हें सीवर की सफाई के काम में लगाया था. लाल की शिकायत पर आईपीसी की धारा 304 (लापरवाही से हुई मौत) और हाथों से मैला ढोने के रोजगार पर प्रतिबंध और उनके पुनर्वास कानून की धारा सात/नौ के तहत सुभाष प्लेस थाने में मामला दर्ज किया गया.
इस मामले में दो लोगों- एक ठेकेदार और एक निजी सुपरवाइजर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
अपनी शिकायत में लाल ने आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी सुरक्षा उपकरण के सीवर में उतरने के लिए मजबूर किया गया.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)