लोकसभा चुनाव के दौरान आयकर विभाग की छापेमारी का पूर्व मुख्यमंत्रियों- सिद्धारमैया और कुमारस्वामी के साथ तत्कालीन कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के सांसदों और विधायकों ने विरोध किया था. अदालत ने पुलिस को आपराधिक षड्यंत्र रचने और भारत सरकार के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने की कोशिश करने के लिए मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था.
बेंगलुरुः कर्नाटक पुलिस ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया है. दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा बेंगलुरु के तत्कालीन पुलिस आयुक्त टी. सुनील कुमार, उनके अधीनस्थ पुलिसकर्मियों तथा कांग्रेस और जेडीएस के कुछ नेताओं के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया है.
यह मामला लोकसभा चुनावों के दौरान की गई आयकर छापेमारी का विरोध करने के लिए दर्ज किया गया है.
मल्लिकार्जुन नाम के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने जेडीएस और कांग्रेस नेताओं के आवास और कार्यालयों पर होने वाली आयकर विभाग की छापेमारी से पहले ही इसकी जानकारी लीक कर दी थी.
कांग्रेस और जेडीएस नेताओं के आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी के विरोध में बेंगलुरु आयकर विभाग के कार्यालय के पास तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी समेत अन्य नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 27 मार्च को कुमारस्वामी के अलावा तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के मंत्री, सांसद और तत्कालीन सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने 27 मार्च को बेंगलुरु के क्वींस रोड स्थित आयकर विभाग के सामने प्रदर्शन करते हुए कहा था की आयकर विभाग की छापेमारी स्पष्ट तौर पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हैं.
इस दौरान कुमारस्वामी ने मीडिया से कहा था कि छापेमारी की जा सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षाबल केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (केआईए) पर पहुंच चुके हैं.
मल्लिकार्जुन की शिकायत पर अदालत ने पुलिस को आपराधिक षड्यंत्र रचने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोशिश करने के लिए आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था.
इसके साथ ही जिन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें राज्य के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, डीके शिवकुमार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव, तत्कालीन पुलिस उपायुक्त राहुल कुमार और डी. देवराजू के अलावा सभी निर्वाचन अधिकारी शामिल हैं.
राजद्रोह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं और वह राजनीतिक तरीके से ही इनका जवाब देंगे. शिवकुमार ने कहा, ‘हम आयकर कार्यालय के भीतर नहीं गए थे. हम 150 मीटर दूर खड़े होकर नारेबाजी कर रहे थे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)