27 नवंबर की रात को काम से लौट रहीं एक महिला डॉक्टर को मदद का झांसा देकर उनका अपहरण कर बलात्कार किया गया. अगली सुबह उनका अधजला शव पास के फ्लाईओवर के नीचे से बरामद हुआ. मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
हैदराबादः हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के लापता होने की एफआईआर दर्ज करने में लापरवाही बरतने के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. बाद में इसी महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साइबराबाद पुलिस आयुक्त ने कहा कि परिवार के आरोपों की जांच के बाद तीन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है.
पुलिस आयुक्त का कहना है कि पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाए थे कि अधिकार क्षेत्र का हवाला देकर पुलिस ने समय पर गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं दर्ज की थी.
उन्होंने कहा कि इस मामले में विस्तृत जांच की गई, जिसके बाद एक सब इंस्पेक्टर और दो कॉन्स्टेबल को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया.
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों को अधिकार क्षेत्र के बावजूद पुलिस थाने में अपराध की सूचना मिलने पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं.
मालूम हो कि महिला डॉक्टर के लापता होने के एक दिन बाद उनका अधजला शव शादनगर के एक निर्माणाधीन पुल के नीचे से बरामद किया गया था. महिला को बलात्कार के बाद जला दिया गया था. वह एक सरकारी अस्पताल में असिस्टेंट पशु चिकित्सक थीं.
इस मामले में शुक्रवार को चार ट्रक ड्राइवरों को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया.
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू ) द्वारा बेंगलुरु भेजी गई एक फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्रथम दृष्टया पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई करने में देरी की.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि पीड़िता के परिवार ने एनसीडब्ल्यू की सदस्य श्यामल ए. कुंदर को बताया कि इस मामले में पुलिस ने नकारात्मक भूमिका अदा की.
परिवार के सदस्यों ने यह भी बताया कि पुलिस ने यह तक कहा था कि वह (पीड़िता) किसी के साथ भाग गई होगी. कुंदर ने कहा कि जांच के बाद उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की सिफारिश की थी.
उन्होंने बताया कि पीड़िता की बहन जब गुमुशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस थाने पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आने का हवाला दिया था.
हैदराबाद में शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों ने उस थाने के बाहर प्रदर्शन किया जहां महिला पशु चिकित्सक का बलात्कार एवं उनकी हत्या के आरोपियों को बंद किया गया है. प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को कड़ी सजा की मांग की.
बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी शादनगर पुलिस थाने के बाहर एकत्रित हुए और आरोपियों के खिलाफ नारेबाजी की. इनमें से कुछ लोगों ने मांग की कि आरोपियों को मौत की सजा दी जाए. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प हो गई.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर चप्पल फेंकें, जिसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया. इसके बाद आरोपियों को चंचलगुडा केंद्रीय जेल में भेज दिया गया है.