उत्तर प्रदेश: बलात्कार का मामला वापस न लेने पर चार व्यक्तियों ने महिला पर फेंका तेजाब

मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का है. पुलिस ने बताया कि चारों व्यक्तियों ने अदालत से बलात्कार का मामला वापस न लेने पर महिला पर तेजाब से हमला किया. महिला तीस प्रतिशत तक जल गई है और मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का है. पुलिस ने बताया कि चारों व्यक्तियों ने अदालत से बलात्कार का मामला वापस न लेने पर महिला पर तेजाब से हमला किया. महिला तीस प्रतिशत तक जल गई है और मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Muzaffarnagar

मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश): उन्नाव में एक बलात्कार पीड़िता को जलाने की घटना से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 30 वर्षीय महिला पर चार व्यक्तियों द्वारा तेजाब फेंकने की घटना सामने आई है.

पुलिस ने शनिवार को बताया कि चारों व्यक्तियों ने अदालत से बलात्कार का मामला वापस न लेने पर महिला पर तेजाब से हमला किया. उन्होंने कहा कि महिला तीस प्रतिशत तक जल गई है और मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.

शाहपुर थाने के क्षेत्राधिकारी गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने कहा कि बुधवार रात को चारों व्यक्ति महिला के घर में जबरन घुस गए और उस पर तेजाब फेंक दिया क्योंकि महिला ने उनके खिलाफ यहां एक अदालत में चल रहे बलात्कार के मामले को वापस लेने से मना कर दिया था.

त्रिपाठी ने बताया कि महिला पर तेजाब से हमला करने में शामिल चारों व्यक्तियों की पहचान कसेरवा गांव के निवासी आरिफ, शाहनवाज, शरीफ और आबिद के रूप में की गयी है. उन्होंने बताया कि चारों फरार हैं लेकिन उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

द हिंदू के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने आरोप लगाया कि महिला ने पहले भी कम से कम आधा दर्जन प्राथमिकी दर्ज कराई थी जिसमें गांव के कई लोगों के खिलाफ छेड़छाड़, बलात्कार, अवैध तरीके से बंदी बनाने और चोट पहुंचा का आरोप लगाया था.

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि इसमें से दो मामलों को निपटारा कर दिया गया है जबकि अन्य मामलों में अंतिम रिपोर्ट तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा, इस बार महिला ने सीधे अदालत का दरवाजा खटखटाया. गैंगरेप की घटना तीन महीने पुरानी है, और अदालत को अभी उसकी शिकायत पर संज्ञान लेना है.

मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने कहा, महिला को एक नई शिकायत दर्ज कराने का पूरा अधिकार है और पुलिस उसके पिछले रिकॉर्ड के साथ कथित एसिड हमले पर कार्रवाई नहीं करेगी. हालांकि, जांच की जा रही है क्योंकि प्रथम दृष्टया घटना के समय आरोपी का स्थान महिला के घर के स्थान से मेल नहीं खाता है. हम जल्द ही तथ्यों के साथ सामने आएंगे.

उन्होंने कहा कि महिला गंभीर रूप से नहीं जली है. घटना के बाद उसे मेरठ ले जाया गया था और कुछ ही घंटों बाद छुट्टी दे दी गई.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, रविवार को महिला ने धमकी दी की अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी.

महिला ने कहा, मेरी जान को खतरा है लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं अपनी जान दे दूंगी जिसकी जिम्मेदार शाहपुर पुलिस होगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)