ईरान ने यह कार्रवाई इराक में अमेरिकी हवाई हमले में अपने सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद की है. मिसाइल हमले के बाद ट्रंप ने कहा कि इराक में दौ सैन्य अड्डों पर ईरान ने मिसाइल दागी. इससे हुए नुकसान और हताहतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक सब ठीक है.
वाशिंगटन: ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं. बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
सुलेमानी पर हमले का आदेश शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया था. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प को इस संबंध में जानकारी दे दी गई है और वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने ईरान के मिसाइल हमले की पुष्टि करते हुए कहा, ‘हम युद्ध में हुए प्रारंभिक नुकसान का आकलन कर रहे हैं.’
हॉफमैन ने बताया कि सात जनवरी को शाम साढ़े पांच बजे ‘ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बलों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी.’
उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि ये मिसाइलें ईरान ने दागी और इराक में अल-असद और एरबिल स्थित कम से कम दो इराकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं.’
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प को मौजूदा स्थिति की जानकारी दे दी गई है. ग्रिशम ने कहा, ‘हम इराक में अमेरिकी केन्द्रों पर हमले की खबरों से वाकिफ हैं. राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दे दी गई है और वह स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं तथा राष्ट्रीय सुरक्षा दल से परामर्श कर रहे हैं.’
गौरतलब है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के अगुवा हुसैन सलामी ने अमेरिका के समर्थन वाले स्थानों को ‘आग के हवाले’ करने की मंगलवार को धमकी दी थी. सलामी ने कर्मन के एक चौराहे पर जमा हुए हजारों लोगों के सामने यह प्रतिज्ञा ली थी. कर्मन मृतक जनरल कासिम सुलेमानी का गृह प्रदेश है. सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं.
All is well! Missiles launched from Iran at two military bases located in Iraq. Assessment of casualties & damages taking place now. So far, so good! We have the most powerful and well equipped military anywhere in the world, by far! I will be making a statement tomorrow morning.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 8, 2020
मिसाइल हमले के कुछ ही समय बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘सब ठीक है. इराक में दौ सैन्य अड्डों पर ईरान ने मिसाइल दागी. इससे हुए नुकसान और हताहतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक सब ठीक है. हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सर्वसाधनयुक्त सेना है. मैं कल सुबह वक्तव्य दूंगा.’
इससे पहले ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक की जिसमें विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर मौजूद थे. हालांकि बैठक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से बात की और अमेरिका के साथ उनके देश की मजबूत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा किया. दोनों नेताओं ने इराक और ईरान में हालात पर चर्चा की.
ट्रंप ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को भी फोन किया और दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया और लीबिया में सुरक्षा हालात पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि पोम्पियो ने कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रधानमंत्री मसरूर बारजानी को फोन किया और ईरान के मिसाइल हमले की उन्हें जानकारी दी.
इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व ने पश्चिम एशिया के साथ बढ़ते तनाव का दोष ट्रंप को दिया.
अमेरिका के पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ‘इराक और ईरान में आज जो कुछ भी हो रहा है, उसका अनुमान लगाया जा सकता था.’ उन्होंने ईरान के परमाणु समझौते से अलग होने और जनरल सुलेमानी की हत्या का आदेश देने के ट्रंप के फैसलों की आलोचना की.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)