​पत्रकार गौरी लंकेश हत्या मामले में एसआईटी ने एक और आरोपी को किया गिरफ़्तार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार गौरी लंकेश की पांच सितंबर 2017 को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एसआईटी ने बताया कि गिरफ़्तार आरोपी गौरी लंकेश की हत्या की साज़िश का हिस्सा है और इस मामले में 18वां आरोपी है.

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Gauri Lankesh Facebook
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश. (फोटो साभार: फेसबुक)

सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार गौरी लंकेश की पांच सितंबर 2017 को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एसआईटी ने बताया कि गिरफ़्तार आरोपी गौरी लंकेश की हत्या की साज़िश का हिस्सा है और इस मामले में 18वां आरोपी है.

गौरी लंकेश (फोटो: फेसबुक)
गौरी लंकेश (फोटो: फेसबुक)

बेंगलुरु: सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. एसआईटी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी.

एसआईटी ने एक वक्तव्य में कहा कि ऋषिकेश देवदिकर उर्फ मुरली (44) फरार चल रहा था, उसे गुरुवार को झारखंड के धनबाद जिले के कतरास से गिरफ्तार किया गया है.

जांच दल के मुताबिक आरोपी मुरली पत्रकार लंकेश की हत्या की साजिश का हिस्सा है और वह इस मामले में 18वां आरोपी है.

एसआईटी ने कहा, ‘सबूतों के लिए उसके घर की तलाशी ली जा रही है और उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा.’

55 वर्षीय पत्रकार गौरी लंकेश की पांच सितंबर 2017 को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या का संदेह एक ऐसे समूह के सदस्य पर गया था जो दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रेरित था.

जांचकर्ताओं ने कहा कि समूह ने ऐसे लोगों की सूची तैयार की थी, जिनकी वह हत्या करना चाहता था और उस सूची में रंगकर्मी गिरीश कर्नाड और तर्कवादी केएस भगवान का भी नाम था.

दैनिक जागरण के मुताबिक मुरली कुछ महीनों से धनबाद के कतरास में पहचान छिपाकर रह रहा था. वह कतरास में पेट्रोल पंप पर केयरटेकर का काम कर रहा था. मुरली को पुलिस गौरी लंकेश की हत्या के अलावा भी चार मामले में तलाश रही थी.

बेंगलुरु पुलिस ने मुरली की गिरफ्तारी मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर की. छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली. कमरे से सनातन धर्म की कुछ पुस्तकों समेत कई सामान जब्त किए गए हैं.

टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर पुनीत ने बताया, ‘मुरली को पुलिस पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के अलावा भी चार मामले में तलाश रही थी. उसके खिलाफ चार लोगों की हत्या का मामला दर्ज है. हत्या में शामिल एक दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पिछले डेढ़ साल से इसकी खोज हो रही थी. इस बीच वह कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए झारखंड चला आया था.’

बेंगलुरु पश्चिम के डीसीपी एमएन अनुचेत ने दैनिक जागरण को बताया कि मुरली का नाम गौरी लंकेश हत्याकांड में जांच के दौरान आया था.

उन्होंने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या में कुल 18 लोगों के नाम अभी तक सामने आए हैं. इनमें अमोल काले की भूमिका प्रमुख थी. मुरली भी हत्या की साजिश में शामिल रहा है. बेंगलुरु पुलिस शुक्रवार को उसे ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेकर जाएगी.

पेट्रोल पंप मालिक सह सनातन संस्था के प्रमुख प्रदीप खेमका ने बताया कि बेरोजगारी और खुद को साधक बताकर वह नौकरी मांगने आया था. छह-सात माह से नौकरी कर रहा था.

एसआईटी को जांच में पता चला था कि गौरी लंकेश की हत्या की साजिश उसी दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों ने रची जिन पर तर्कवादी एमएम कलबुर्गी की हत्या का आरोप है.

एसआईटी द्वारा बेंगलुरु कोर्ट में दी गई फॉरेंसिक रिपोर्ट में सामने आया था कि कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या में इस्तेमाल की गई बंदूक एक ही थी. नवंबर 2018 में एसआईटी ने प्रधान दीवानी एवं सत्र अदालत में 9,235 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया था, जिसमें 18 आरोपियों का नाम लिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)