दिल्ली पुलिस के डीसीपी राजेश देव के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि उनका बयान ‘पूरी तरह अवांछित’ था और उन्हें चुनावी कार्य से रोक दिया गया है. चुनाव आयोग ने कहा कि देव के व्यवहार से ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने पर असर पड़ेगा.’
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के डीसीपी राजेश देव के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि उनका बयान ‘पूरी तरह अवांछित’ था और उन्हें चुनावी कार्य से रोक दिया गया है.
उन्होंने मीडिया के साथ जांच का ब्यौरा साझा किया था जिसमें शाहीन बाग के शूटर का संबंध आम आदमी पार्टी से दिखाया गया था.
चुनाव आयोग ने कहा कि देव के व्यवहार से ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने पर असर पड़ेगा.’
देव ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि शाहीन बाग में शनिवार को गोलीबारी करने वाला कपिल बैसला आप का सदस्य है. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने पुलिस अधिकारी के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया.
उन्होंने कहा, ‘हमने ऐसी तस्वीरें बरामद की हैं, जिनसे पता चलता है कि एक साल पहले कपिल बैसला और उनके पिता आप में शामिल हुए थे. आगे की जांच जारी है. उसके फोन से तस्वीरें हटा दी गई थीं, लेकिन हमने उन्हें तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से बरामद किया. जब हमने उनसे शुरू में पूछताछ की थी, तो उन्होंने हमें बताया था कि वह 2019 की शुरुआत में आप में शामिल हुए थे. हम सटीक तारीख का पता करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी तस्वीरें हैं जो इसे स्थापित करती हैं और वह इन तस्वीरों की सच्चाई को स्वीकार कर रहे हैं.’
देव के बयान से एक राजनीतिक बहस छिड़ गई थी, जिसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आप पर निशाना साधा था. वहीं, और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह पर साजिश का आरोप लगाया था. आप ने कहा था कि उसने चुनाव आयोग से संपर्क करने की योजना बनाई है.
चुनाव आयोग ने कहा कि देव को एक चेतावनी जारी की जानी चाहिए, जिसमें उनके व्यवहार पर आयोग की नाराजगी दी जाए.
बुधवार को पुलिस कमिश्नर को भेजे गए अपने पत्र में चुनाव आयोग ने कहा, ‘उसने पूरे मामले का संज्ञान लिया था. यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि राजेश देव को दिल्ली विधानसभा चुनाव से संबंधित कोई भी काम न सौंपा जाए.’
आयोग ने इस संबंध में कार्रवाई को लेकर आज शाम 6 बजे तक अनुपालन रिपोर्ट मांगी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)