पुराने जम्मू में वाणिज्यिक केंद्र रहे ऐतिहासिक सिटी चौक का नाम बदलने के फैसले को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया आई, जिनमें से अधिकांश लोगों ने फैसले का स्वागत किया, लेकिन जेएमसी से नाम बदलने के बजाय विकास और स्वच्छता पर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया.
जम्मू: पुराने जम्मू में वाणिज्यिक केंद्र रहे ऐतिहासिक सिटी चौक का नाम बदलकर ‘भारत माता चौक’ कर दिया गया है. भाजपा के नेतृत्व वाले जम्मू नगर निगम (जेएमसी) की आम सभा ने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था, जिसके बाद ऐसा किया गया. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.
चौक का नाम बदलने के फैसले को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया आई, जिनमें से अधिकांश लोगों ने फैसले का स्वागत किया, लेकिन जेएमसी से नाम बदलने के बजाय विकास और स्वच्छता पर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया.
भाजपा की वरिष्ठ नेता और जेएमसी की उप महापौर पूर्णिमा शर्मा ने बताया, ‘मैंने करीब चार महीने पहले आम सभा में एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें जनता की मांग पर ‘सिटी चौक’ का नाम बदलकर ‘भारत माता चौक’ रखने की मांग की गई थी.’
उन्होंने कहा कि उस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया और सिटी चौक का नाम बदलकर भारत माता चौक कर दिया गया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, शर्मा ने कहा, ‘यह स्थान ऐतिहासिक है और अतीत में प्रमुख निर्णयों और विरोधों का गवाह है. हर साल लोग इस चौक में गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहरा रहे हैं. जनता से इस चौक का नाम बदलकर भारत माता चौक रखने की एक लोकप्रिय मांग थी.’
शहर में पंजतीर्थी के पास सर्कुलर रोड के शुरुआती बिंदु को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में जेएमसी ने ‘अटल चौक’ नाम दिया था.
भाजपा ने 13 वर्षों के अंतराल के बाद 8 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2018 तक चार चरणों में शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों के बाद 75 वार्डों में से 43 में जीत दर्ज की थी.
प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर, सुपर मार्केट, शालीमार और कनक मंडी जैसे चार व्यस्त बाजारों को जोड़ने वाले चौक पर जेएमसी द्वारा लगाया गया नया बोर्ड देखा गया.
एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘हम इस कदम का स्वागत करते हैं और समझते हैं कि मातृभूमि के लिए सम्मान हर एक दिल में होना चाहिए. प्रशासन को बाजार में अधिक पार्किंग स्थल बनाने और जम्मू में पर्यटकों को आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिसने कटरा में प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी श्राइन के लिए सीधे रेल लिंक के साथ शहर को बाईपास करने के बाद अपना आकर्षण खो दिया है.’
हालांकि, कनक मंडी बाजार संघ के संयुक्त सचिव वी. गुप्ता चौक के नए नाम से प्रभावित नहीं थे और कहा कि यह नहीं करना चाहिए था क्योंकि यह शहर का सबसे पुराना आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र है.
गुप्ता ने कहा, ‘उन्होंने स्थानीय लोगों से सलाह लिए बिना रात में बोर्ड लगाया. यह शहर का सबसे पुराना आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र है और सिटी चौक के नाम से जाना जाता है. यह हमारे लिए आश्चर्य की बात थी.’
एक अन्य दुकानदार रमन शर्मा ने कहा कि ग्राहक बाजार से बच रहे हैं क्योंकि बाजार में पर्याप्त पार्किंग की कमी है. हमें बदले हुए नाम के साथ कोई समस्या नहीं है, लेकिन दुकानदारों और निवासियों द्वारा सामना की जा रही समस्याओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)