अमेरिकी पत्रकार को वापस भेजने संबंधी प्रसार भारती की ख़बर को विदेश मंत्रालय ने ग़लत बताया

देश के सार्वजनिक प्रसारणकर्ता प्रसार भारती ने ट्वीट कर कहा था कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास से भारत विरोधी व्यवहार को लेकर वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशियाई डिप्टी ब्यूरो चीफ एरिक बेलमैन को तत्काल प्रभाव से वापस भेजने के एक अनुरोध को देखने के लिए कहा है. हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस ख़बर का खंडन किया है.

//
(फोटो: रॉयटर्स)

देश के सार्वजनिक प्रसारणकर्ता प्रसार भारती ने ट्वीट कर कहा था कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास से भारत विरोधी व्यवहार को लेकर वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशियाई डिप्टी ब्यूरो चीफ एरिक बेलमैन को तत्काल प्रभाव से वापस भेजने के एक अनुरोध को देखने के लिए कहा है. हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस ख़बर का खंडन किया है.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: देश के सार्वजनिक प्रसारणकर्ता प्रसार भारती ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिका में स्थित भारतीय दूतावास से भारत विरोधी व्यवहार को लेकर वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशियाई डिप्टी ब्यूरो चीफ एरिक बेलमैन को तत्काल प्रभाव से वापस भेजने के एक अनुरोध पर विचार करने को कहा है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, शुक्रवार को ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘सरकार के ऑनलाइन शिकायत निवारण प्लेटफॉर्म पर किसी व्यक्ति ने एरिक बेलमैन के खिलाफ शिकायत की थी. शिकायत को मानक प्रक्रिया के मुताबिक संबंधित कार्यालय को भेजा जाना एक नियमित मामला है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रत्यर्पण का कोई निर्णय नहीं किया गया है.’

इसके बाद प्रसार भारती को अपना ट्वीट हटाना पड़ा और सफाई देनी पड़ी.

हालांकि, विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि मामले को विदेश मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी (कांसुलर) के पास भेजा गया है न कि अमेरिका में भारतीय दूतावास के पास जैसा कि सार्वजनिक प्रसारणकर्ता ने गलत जानकारी दी.

इससे पहले बीते 28 फरवरी को एक साथ कई ट्वीट करते हुए सार्वजनिक प्रसारणकर्ता ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को निशाना बनाया था. प्रसार भारती का दावा था कि अखबार ने दिल्ली दंगे में आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत को लेकर छपी खबर गलत थी.

ऐसा दावा किया गया था कि अंकित शर्मा के भाई अंकुर ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को गलत बताते हुए प्रसार भारती से कहा था कि अखबार ने अपनी रिपोर्ट में झूठ बोला है. उसमें रिपोर्ट का एक स्क्रीनशॉट भी लगाया गया था जिसमें अंकुर ने कहा था कि अंकित पर हमला करने वॉली भीड़ जय श्री राम के नारे लगा रही थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)