गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस के पांच विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे सौंप दिए, जिसके बाद कांग्रेस ने अपने कम से कम 24 विधायकों को रविवार को जयपुर भेज दिया.
अहमदाबाद: गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस के पांच विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अपने इस्तीफे सौंप दिये, जिसके बाद कांग्रेस ने अपने कम से कम 24 विधायकों को रविवार को जयपुर भेज दिया.
कांग्रेस ने कहा कि एक भी ‘ईमानदार’ विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है, वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघानी ने कहा कि यदि विधायकों ने वास्तव में इस्तीफा दिया है तो भाजपा राज्यसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने सोमवार को सदन को सूचित किया कि कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं.
अध्यक्ष ने बताया कि ये पांच विधायक गढ़ड़ा के प्रवीण मारू, अबदसा के प्रद्युम्नसिंह जडेजा, लिंबडी के सोमा कोली पटेल, धारी से जेवी काकड़िया और डांग से मंगल गवित हैं.
वाघानी ने कहा कि उन्हें घटनाक्रम के बारे में विधानसभाध्यक्ष द्वारा सूचित किया गया.
वाघानी ने संवाददाताओं से कहा, ‘त्रिवेदी ने कहा कि जिन विधायकों ने इस्तीफे दिये हैं उनके नाम सोमवार को विधानसभा में घोषित किये जाएंगे जिसका सत्र अभी चल रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफे दिये हैं. इसका मतलब है कि भाजपा (आगामी राज्यसभा चुनाव में) तीन सीटें जीत रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्यसभा चुनाव से अपने उम्मीदवार सोमवार तक वापस ले सकती है.
राज्य सरकार में भाजपा के मंत्री कुंवरजी बावलिया ने दावा किया कि कांग्रेस के कई विधायक जो अपनी पार्टी से खुश नहीं हैं वे भाजपा के सम्पर्क में हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कई विधायक आगामी दिनों में भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद, कांग्रेस के कई विधायक जो हमारे साथ सम्पर्क में थे, उन्होंने कहा कि वे (अपनी पार्टी से) खुश नहीं हैं. यहां तक कि वे विधायक भी भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं जिनसे कांग्रेस आलाकमान (उन्हें गुजरात से बाहर भेजने के लिए) सम्पर्क नहीं कर सका.’
कांग्रेस नेता परेश धनानी ने एक ट्वीट में कहा कि कांग्रेस के एक भी ‘ईमानदार’ विधायक ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है.
Gujarat Congress suspends five party MLAs, who resigned as legislators, from the primary membership of the party. pic.twitter.com/abSx1XUXKV
— ANI (@ANI) March 16, 2020
पांचों विधायकों के इस्तीफे के बाद उन पर कार्रवाई करते हुए गुजरात कांग्रेस ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.
पांच विधायकों के इस्तीफे से 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 73 से कम होकर 68 हो गई है.
भाजपा ने चुनाव के लिए अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरि अमीन को मैदान में उतारा है.
विधानसभा में विधायकों की संख्या को देखते हुए सत्ताधारी भाजपा राज्यसभा की दो सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, तीसरी सीट पर जीत दर्ज करने के लिए उसे क्रास वोटिंग कराना होगा या कांग्रेस विधायकों का दलबदल कराना होगा.
वहीं, कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेताओं शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.
गुजरात कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर भेजा
गुजरात कांग्रेस ने 26 मार्च को हो रहे राज्यसभा चुनाव से पहले अपने पांच विधायकों के इस्तीफा देने के आलोक में ऐसे निर्वाचित प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त के डर से रविवार को अपने करीब दो दर्जन विधानसभा सदस्यों को जयपुर भेज दिया.
करीब 20 विधायकों ने अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान ली जबकि चार विधायक सूरत हवाई अड्डे से रवाना हुए.
शनिवार को कांग्रेस ने अपने एक दर्जन विधायकों को जयपुर के एक रिसॉर्ट में पहुंचा दिया था.
ये कदम ऐसे समय उठाये जा रहे हैं जब विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने रविवार को इस बात की पुष्टि की कि कांग्रेस के पांच विधायकों ने शनिवार को इस्तीफा दिया और पांचों के इस्तीफे स्वीकार कर लिये गये.
भाजपा की ओर से तीन और कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवारों ने राज्य से चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया.
कांग्रेस क्रॉस वोटिंग की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए कदम उठा रही है.
विधानसभा में संख्याबल के आधार पर भाजपा दो सीटें जीत सकती है और उसे तीसरी सीट जीतने के लिए कांग्रेस विधायकों के क्रॉस वोटिंग की जरूरत होगी क्योंकि इसके लिए 111 वोट की आवश्यकता होगी.
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 103 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 73, भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास एक सीट है. एक निर्दलीय विधायक भी हैं. कांग्रेस को दो सीटें जीतने के लिए 74 वोटों की जरूरत होगी.
निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने शुक्रवार को कहा कि वह कांग्रेस के पक्ष में वोट डालेंगे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)