कोरोना वायरसः देश में 84,000 लोगों पर एक आइसोलेशन बेड, 36,000 लोगों पर एक क्वारंटाइन बेड

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि देश में स्थिति इतनी गंभीर है कि प्रति 11,600 भारतीयों पर एक डॉक्टर और 1,826 भारतीयों के लिए अस्पताल में एक ही बेड है.

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Patna: Medics take samples from a patient in the isolation ward of novel coronavirus (COVID-19) at Patna Medical College and Hospital (PMCH) in Patna, Saturday, March 14, 2020. (PTI Photo)(PTI14-03-2020_000040B)

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि देश में स्थिति इतनी गंभीर है कि प्रति 11,600 भारतीयों पर एक डॉक्टर और 1,826 भारतीयों के लिए अस्पताल में एक ही बेड है.

Patna: Medics take samples from a patient in the isolation ward of novel coronavirus (COVID-19) at Patna Medical College and Hospital (PMCH) in Patna, Saturday, March 14, 2020. (PTI Photo)(PTI14-03-2020_000040B)
(फोटोः पीटीआई)

नई दिल्लीः कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ आंकड़ें जारी किए हैं, जिनके अनुसार देश में 84,000 लोगों पर एक आइसोलेशन बेड और 36,000 लोगों पर एक क्वारंटाइन बेड है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये आंकड़ें 17 मार्च तक के हैं.

आंकड़ों के मुताबिक, स्थिति इतनी गंभीर है कि प्रति 11,600 भारतीयों पर एक डॉक्टर और 1,826 भारतीयों के लिए अस्पताल में एक ही बेड है.

आईसीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इनटेग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने कहा, ‘हम कोरोना के प्रसार के दूसरे चरण में हैं और इस चरण पर सामाजिक दूरी बहुत प्रभावकारी है. स्टेज तीन में लॉकडाउन की जरूरत है. हमारे सर्विलांस डेटा के अनुसार आईसीएमआर ने यह बहुत स्पष्ट कर दिया है कि हर मामले पर ध्यान दिया जाना चाहिए. इस चरण में सामाजिक दूरी इसे फैलने से रोकने में कारगर हो सकती है. भविष्य के लिए जनता कर्फ्यू एक अच्छी प्रक्रिया है. मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, ऐसा लगता है कि सरकार सही दिशा में कदम उठा रही है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ शुक्रवार को हुई बैठक पर आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि भारत फिलहाल कोरोना वायरस के प्रसार के दूसरे चरण में हैं और हम आवश्यक कदम उठाकर इसके तीसरे चरण तक पहुंचने के जोखिम को कम कर सकते हैं. उन्होंने (मोदी) ने स्वास्थ्य सुविधाओं के इस्तेमाल के महत्व और क्वारंटाइन  सुविधाओं और आइसोलेशन वार्ड बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर बात की.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 1,154,686 पंजीकृत एलोपैथिक डॉक्टर और सरकारी अस्पतालों में 7,39,024 बेड हैं.

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के मद्देनजर आज देशभर में 14 घंटे का जनता कर्फ्यू लगा हुआ है. यह जनता कर्फ्यू सुबह सात बजे से लेकर रात नौ बजे तक रहेगा. इसके तहत देशवासियों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है.