तेलंगाना सरकार ने विदेश से लौटने वाले लोगों को घर में रहने का आदेश नहीं मानने पर सख्त चेतावनी दी है. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि अगर ऐसे लोग सेल्फ क्वैरेंटाइन का पालन नहीं करते हैं तो उनके पासपोर्ट रद्द किए जा सकते हैं.
हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों और आस-पास घूमने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, लोगों से बाहर न निकलने और प्रतिबंधों को लागू करवाने वाले अधिकारियों से न उलझने की अपील करते हुए राव ने कहा, ‘अगर लोग नहीं सुनते हैं और घर के अंदर नहीं रहते हैं, तो हम 24 घंटे कर्फ्यू लागू करने के लिए मजबूर होंगे. यदि लोग सड़कों पर रहना जारी रखते हैं, तो सेना को बाहर बुलाना पड़ेगा और देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया जा सकता है.’
बता दें कि, 22 मार्च से 31 मार्च तक लॉकडाउन वाले तेलंगाना में सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि लॉकडाउन के दौरान शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा.
राज्य में कोविड-19 संक्रमित मामलों की संख्या मंगलवार तक चार नए मामलों के साथ 39 हो गई. बुधवार को सरकार बिग बास्केट और ग्रोफर्स जैसी खाद्य वितरण सेवाओं के साथ बातचीत कर रही थी ताकि उन्हें अपने परिचालन को फिर से शुरू करने में मदद मिल सके.
इसके साथ ही राज्य की सीमाओं पर बीते दो दिनों से इंतजार कर रहे सभी वाहनों को सरकार ने मंगलवार रात एक बार में प्रवेश करने की अनुमति दी.
राव ने कहा कि विदेश से वापस आने वाले, विदेशी नागरिकता के और ऐसे विदेशियों के संपर्क में आने वाले 19,000 से अधिक लोग निगरानी में रखे गए थे.
उन्होंने कहा, ‘कोई भी कोविड-19 संक्रमित मरीज गंभीर स्थिति में नहीं है. वे स्थिर हैं और उनका अच्छे से इलाज चल रहा है.’
इसके साथ ही सरकार ने विदेश से लौटने वाले लोगों को घर में रहने का आदेश नहीं मानने पर सख्त चेतावनी दी है. राव ने कहा कि अगर ऐसे लोग सेल्फ क्वैरेंटाइन का पालन नहीं करते हैं तो उनके पासपोर्ट रद्द किए जा सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘किसी भी कीमत पर किसी को सड़क पर आना नहीं है. अगर किसी को परेशानी है तो वह 100 नंबर पर डायल करे. वाहन उनके घर तक पहुंचेगा और उनकी मदद की जाएगी.’
उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर पूरे राज्य में बंदी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की सहायता करने को कहा. उन्होंने इन उपायों की घोषणा पृथक रखे गए लोगों द्वारा नियमों के उल्लंघन की संभावना के मद्देनजर की.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)