घटना बिहार के मधुबनी ज़िले के अरेर की है. सोशल मीडिया पर वैवाहिक समारोह का वीडियो वायरल होने के बाद गांव की पंचायत समिति के एक सदस्य की शिकायत पर गांव के मुखिया सहित अन्य लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है.
पटनाः कोरोना वायरस के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच सोशल डिस्टैन्सिंग के नियमों को ताक पर धरते हुए बिहार के मधुबनी जिले के अरेर थाना क्षेत्र में हुए एक वैवाहिक समारोह में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गांव के मुखिया और अन्य लोगों के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
इस समारोह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में में देखा जा सकता है कि शादी में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं और सेहरा पहने दूल्हा भी दिखाई दे रहा है.
#Bihar में #corona से बचने के लिए लगाए गए #lockdown की मधुबनी जिले में इस तरह उड़ी धज्जियां, पकडुआ यानी जबरन शादी का ये video देखें pic.twitter.com/70fBgX1euh
— kajal lall (@lallkajal) April 11, 2020
बताया गया है कि इस समारोह गांव के मुखिया अजीत पासवान और अन्य भी मौजूद थे.
ऐसा कहा जा रहा था कि यह विवाह जबरन करवाया जा रहा था, जिसे बिहार में पकडुआ विवाह कहा जाता है लेकिन बाद में यह खबर गलत पाई गई.
गांव के मुखिया अजीत पासवान ने एक स्थानीय पत्रकार को बताया कि यह शादी 27 मार्च को हुई थी और अन्य ग्रामीणों की रजामंदी के बाद ही शादी के आयोजन का फैसला किया गया था. अजीत ने जबरन शादी की के दावे से भी इनकार किया है.
गांव की पंचायत समिति के एक सदस्य पलटन पासवान ने गांव के मुखिया औऱ अन्य लोगों के खिलाफ अरेर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
एफआईआर में कहा गया है कि शादी आठ अप्रैल 2020 को हुई थी.
अरेर पुलिस थाने के प्रभारी राजकिशोर कुमार ने कहा, ‘पलटन पासवान की शिकायत और हमारे एक जांच अधिकारी की जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है.’
मधुबनी के जिलाधिकारी निलेश दियोर ने ट्वीट कर लोगों से घरो में रहने के अपील करते हुए यह बताया है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.