मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर का है. लापरवाही बरतने के मामले में एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
जयपुरः राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक महिला से कथित तौर पर गैंगरेप का मामला सामने आया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना गुरुवार रात को माधोपुर के बटोडा पुलिस थाने इलाके में हुई.
इस संबंध में शुक्रवार सुबह मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
महिला ने अपने बयान में कहा है कि वह लॉकडाउन की वजह से एक महीने से सवाई माधोपुर में फंसी हुई थी इसलिए उसने पैदल ही जयपुर स्थित अपने घर पहुंचने का फैसला किया.
बटोडा पुलिस थाने के एसएचओ सीताराम मीणा का कहना है, ‘महिला जयपुर में किराए के मकान में रहती है और वह घर पहुंचने की कोशिश कर रही थी. वह किसी तरह रास्ता भटक गई और हमारे पुलिस थाने क्षेत्र के एक गांव पहुंच गई.’
अधिकारियों के मुताबिक, ‘महिला को गांव के एक सरकारी स्कूल में रात को ठहराया गया और स्थानीय प्रशासन से रात में महिला के रहने और खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया.’
एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘महिला को रात में एक सरकारी स्कूल में ठहराया गया. हालांकि पुलिस ने ग्रामीणों से कहा था कि स्कूल पूरी तरह से खाली होने की वजह से महिला को सुरक्षा की दृष्टि से अकेला नहीं छोड़ा जाए लेकिन महिला के कोरोना से संक्रमित होने के संदेह पर ग्रामीणों ने महिला को रात में अकेला छोड़ दिया, जिसके बाद रात के समय गांव के ही तीन लोगों ने महिला के साथ बलात्कार किया.’
पीड़िता की मेडिकल जांच की गई है और तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के दिन ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. सभी आरोपी 25 से 30 साल के हैं. इन आरोपियों को शायद पता था कि महिला को रात में स्कूल में ठहराया गया है और इन्होंने रात में महिला का यौन उत्पीड़न करने की सोची.’
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों की पहचान ऋषिकेश मीणा, लखन रेगर और कमल खरवाल के रूप में हुई है.
इस मामले में एक हेड कॉन्स्टेबल लाल चंद को सस्पेंड कर दिया गया है. जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
महिला ने सवाई माधोपुर पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि वह दौसा जेल में अपने बेटे से मिलने गई थी, जो 2015 में जयपुर में गैंगरेप और पॉक्सो मामले में आरोपी है.
महिला भी गैंगरेप और पॉक्सो मामले में आरोपी थी लेकिन उन्हें मार्च 2019 में बरी कर दिया गया था.