गुजरात: सूरत में प्रवासी मज़दूरों ने घर भेजे जाने की मांग को लेकर फिर किया प्रदर्शन

गुजरात के सूरत शहर में अप्रैल माह में प्रवासी मज़दूरों द्वारा घर भेजे जाने की मांग को लेकर यह तीसरा प्रदर्शन है. लॉकडाउन में काम कराने को लेकर मज़दूरों ने पथराव भी किया. उधर, सूरत के ही डिंडोली इलाके में लॉकडाउन लागू कराने गए पुलिसकर्मियों पर पथराव करने का मामला सामने आया है.

सूरत में मंगलवार को मजदूरों ने फिर किया प्रदर्शन. (फोटो साभार: एएनआई)

गुजरात के सूरत शहर में अप्रैल माह में प्रवासी मज़दूरों द्वारा घर भेजे जाने की मांग को लेकर यह तीसरा प्रदर्शन है. लॉकडाउन में काम कराने को लेकर मज़दूरों ने पथराव भी किया. उधर, सूरत के ही डिंडोली इलाके में लॉकडाउन लागू कराने गए पुलिसकर्मियों पर पथराव करने का मामला सामने आया है.

सूरत में मंगलवार को मजदूरों ने फिर किया प्रदर्शन. (फोटो साभार: एएनआई)
सूरत में मंगलवार को मजदूरों ने फिर किया प्रदर्शन. (फोटो साभार: एएनआई)

सूरत: गुजरात के सूरत शहर में मजदूरों द्वारा एक बार फिर से प्रदर्शन किए जाने का मामला सामने आया है.

प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में मौजूद प्रवासी कामगारों ने डॉयमंड बोर्स नाम की कंपनी के दफ्तर पर पथराव किया और एक बार फिर से अपने मूल निवास वापस भेजे जाने की मांग की.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मजदूरों का आरोप था कि लॉकडाउन के बावजूद उनसे काम कराया जा रहा है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवासी मजदूरों ने खुद को घर भेजने की मांग करते हुए अच्छा खाना न मिलने की भी शिकायत की. पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पुलिस पर भी पथराव किया.

हीरा और कपड़ा उद्योग से पहचाने जाने वाले सूरत शहर में यह तीसरा प्रदर्शन है.

बीते 14 अप्रैल को लॉकडाउन की समयसीमा तीन मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा के बीच मजदूरों ने घर भेजे जाने की मांग को लेकर सूरत शहर के वराछा क्षेत्र में सड़क पर बैठ गए थे.

इससे पहले बीते 10 अप्रैल को लॉकडाउन के बीच सूरत शहर में वेतन और घर वापस लौटने की मांग को लेकर सैकड़ों मजदूर पर सड़क पर उतर आए थे. इन मजदूरों ने शहर के लक्साना इलाके में ठेलों और टायरों में आग लगा कर हंगामा किया था. इस घटना के संबंध में पुलिस ने 80 लोगों को गिरफ्तार किया था.

गुजरातः लॉकडाउन लागू करा रही पुलिस पर पथराव, एक पुलिसकर्मी घायल

सूरतः गुजरात के सूरत शहर के एक इलाके में मंगलवार सुबह लॉकडाउन लागू कराने की कोशिश कर रहे सुरक्षाकर्मियों पर कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर पत्थर फेंके.

एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सूरत के पुलिस उपायुक्त आरपी बरोत ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है.

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर डिंडोली इलाके में एक स्थान पर बंद को प्रभावी बनाने के लिए पीसीआर वैन के पहुंचने पर कुछ स्थानीय लोग भड़क गए.

बरोत ने कहा, ‘हमें जब पता चला कि इलाके में लोग घूम रहे हैं और बंद के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो हमने वहां एक पीसीआर वैन भेजी. पुलिस ने जब लोगों से घर के भीतर रहने को कहा तो कुछ लोग भड़क गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए.’

उन्होंने बताया कि घटना में एक पुलिसकर्मी को चोट आई है.

बरोत ने बताया कि पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. इलाके में अतिरिक्त पुलिसबल भेजा गया है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)