केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा कि नफ़रत को लेकर होने वाला अपराध देश में नया नहीं है और इस तरह की घटनाओं को खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बढ़ा-चढ़ा कर दिखाता है.
भीड़ द्वारा हत्याओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव महर्षि ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को मीडिया बढ़ा-चढ़ा कर दिखाता है. हाल ही में कश्मीर के एक डीएसपी अयूब पंडित की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी. इसके अलावा दिल्ली से बल्लभगढ़ जा रहे 16 वर्षीया जुनैद की भी भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी. राजीव मानते हैं कि इन सभी घटनाओं को इतनी अहमियत नहीं देनी चाहिए.
इंडिया टुडे के अनुसार जयपुर में राजीव ने कहा था, ‘मुझे नहीं लगता कि हमारे देश में हीनभावना के चलते हत्या होती हैं. यह सभी अंतरात्मा को हिला देते हैं, लेकिन भीड़ द्वारा हत्या की यह कोई नई घटना नहीं है. मुझे लगता है कि इस सब को ज़्यादा बढ़ा-चढ़ा कर बताया और दिखाया जाता है.’
उन्होंने कहा कि कोई अपराध अपराध होता है और उससे सख्ती, निष्पक्षता एवं न्याय के साथ निपटा जाना चाहिए.
राजीव ने पंडित की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि यह सभी घटना कश्मीर की हालत में सुधार नहीं ला सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि देश की स्थिति में सुधार करने के लिए पुलिस के क्षेत्र में एक पूर्ण बदलाव की आवश्यकता है.
शुक्रवार को श्रीनगर के जामिया मस्जिद के बाहर डीएसपी पंडित की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. यह कहा जा रहा था कि वे पत्थर फेंकने वालों का वीडियो बना रहे थे, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर हत्या कर दी.
केंद्रीय गृह सचिव राजीव ने कहा कि पुलिस विभाग में प्रशिक्षण पद्वति और संरचना में बदलाव होना चाहिए और लोगो को भी जिम्मेदार बनना चाहिए क्योंकि सरकार सब कुछ नहीं कर सकती है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)