उत्तर कोरिया: सेहत को लेकर लग रही अटकलों के बीच सार्वजनिक तौर पर दिखे किम जोंग उन

बीते 15 अप्रैल को अपने दिवंगत दादा किम इल सुंग की जयंती पर आयोजित समारोह में शामिल नहीं होने के बाद से ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं.

1 मई को एक फर्टिलाइजर फैक्टरी का उद्घाटन करते उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन. (फोटो: रॉयटर्स)

बीते 15 अप्रैल को अपने दिवंगत दादा किम इल सुंग की जयंती पर आयोजित समारोह में शामिल नहीं होने के बाद से ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं.

1 मई को एक फर्टिलाइजर फैक्टरी का उद्घाटन करते उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन. (फोटो: रॉयटर्स)
1 मई को एक फर्टिलाइजर फैक्टरी का उद्घाटन करते उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन. (फोटो: रॉयटर्स)

सियोल: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन प्योंगयांग के पास एक उर्वरक कारखाने का उद्घाटन करते हुए 20 दिन में पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए जिससे उन अटकलों पर विराम लग गया कि वह गंभीर रूप से बीमार हैं.

उत्तर कोरिया के आधिकारिक समाचार प्रतिष्ठान ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने बताया कि किम अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुनचोन में शुक्रवार को कार्यक्रम में शामिल हुए. इसमें उनकी बहन किम यो जोंग भी शामिल हुई.

विश्लेषकों का अनुमान है कि किम के बाद उनकी बहन देश की बागडोर संभालेंगी.

सरकारी अखबार ‘रोडोंग सिनमुन’ ने किम की कई तस्वीरें प्रकाशित की हैं जिनमें वह काले कपड़े पहने मुस्कराते नजर आते हैं. वह लाल रंग का रिबन काटते दिखते हैं. साथ ही बड़े परिसर में हजारों कामगार कतारों में खड़े होकर हवा में गुब्बारे छोड़ते दिखाई देते हैं और उनमें से कई मास्क लगाए दिखते हैं.

केसीएनए के मुताबिक, किम जब इस कार्यक्रम में शामिल हुए तो सभी लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने फैक्टरी का जायजा लिया है और उत्पादन प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली. रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान किम ने कहा कि यदि उनके दादा और पिता यह खबर सुनते कि आधुनिक फॉस्फेटिक फर्टिलाइजर फैक्टरी बन कर तैयारी हो गई तो उन्हें बहुत खुशी होती.

तस्वीरों से ऐसे कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं कि किम स्वस्थ नहीं हैं. उन्होंने चलते वक्त सहारे के लिए कोई लाठी भी नहीं ले रखी थी जैसे कि उन्होंने 2014 में तब ली थी जब वह टखने की सर्जरी से उबर रहे थे. हालांकि एक तस्वीर में उनकी ग्रीन इलेक्ट्रिक गाड़ी दिखी जो वैसा ही वाहन है जैसा उन्होंने 2014 में इस्तेमाल किया था.

वह 11 अप्रैल के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखाई दिए हैं.

उनके स्वास्थ्य को लेकर तब से ही अटकलें लगाई जा रही थीं जब वह बीते 15 अप्रैल को अपने दिवंगत दादा किम इल सुंग की जयंती पर आयोजित समारोह में शामिल नहीं हुए थे. साल 2011 में सत्ता संभालने के बाद ऐसा पहली बार हुआ था.

सरकारी मीडिया ने बताया कि वह सार्वजनिक रूप से सामने न आकर नियमित गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे, जैसे कि सीरिया, क्यूबा और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं को शुभकामनाएं भेजना और तटवर्ती शहर वॉनसन में पर्यटक सुविधाओं का निर्माण करने वाले श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करना.

किम की स्वास्थ्य संबंधी अटकलों के दौरान यही अनुमान लगाया जा रहा था कि वे तटवर्ती शहर वॉनसन में ठहरे हैं.

उत्तर कोरिया के सत्ताधारी नेताओं पर नजर रखने वाली दक्षिण कोरिया की सरकार ने लगातार उन अटकलों को खारिज किया कि 36 वर्षीय किम का सर्जरी के बाद स्वास्थ्य खराब है.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के कार्यालय ने कहा था कि उन्हें उत्तर कोरिया में किसी भी असामान्य संकेत या उसके शासक दल, सेना और कैबिनेट द्वारा किसी भी आपातकालीन प्रतिक्रिया का पता नहीं चला है.

दक्षिण कोरिया ने कहा था कि यह विश्वास है कि किम अभी भी राज्य के मामलों का प्रबंधन कर रहे हैं, लेकिन प्योंगयांग के बाहर अनिर्दिष्ट स्थान पर रह रहे हैं.

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए किम की अनुपस्थिति के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था. हालांकि, उन्होंने कहा था कि सही समय आने पर वह कुछ कहेंगे.

2017 में मिसाइल और परमाणु परीक्षणों के बाद किम ने 2018 में वाशिंगटन और सियोल के साथ कूटनीति शुरू करने के लिए दक्षिण कोरिया में शीतकालीन ओलंपिक का उपयोग किया.

इसके बाद कई सम्मेलन हुए जिसमें से तीन में किम और ट्रंप ने हिस्सा लिया. किम इस कूटनीति का इस्तेमाल आर्थिक प्रतिबंधों को हटवाने और सुरक्षा आश्वासनों को हासिल करने के लिए कर रहे थे.

हालांकि, प्रतिबंधों से राहत और नि:शस्त्रीकरण के कदमों में असहमति को लेकर पिछले महीनों में बातचीत बिगड़ गई, जिससे यह संदेह पैदा हो गया है कि क्या किम पूरी तरह से नि:शस्त्रीकरण अपनाएंगे जिसे वह अपने अस्तित्व की सबसे मजबूत गारंटी मानते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)