केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा हॉस्टल में फंसे हुए छात्रों को उनके राज्यों तक पहुंचाने के लिए ट्रेनों के संचालन की मंजूरी दिए जाने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया की तरफ से यह निर्देश आया है.
नई दिल्लीः दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया ने शुक्रवार देर शाम निर्देश जारी कर हॉस्टलों में रह रहे छात्रों से कमरे खाली कर तुरंत घर लौट जाने को कहा है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा हॉस्टल में फंसे हुए छात्रों को उनके राज्यों तक पहुंचाने के लिए ट्रेनों के संचालन की मंजूरी दिए जाने के बाद विश्वविद्यालय की तरफ से यह निर्देश आया है.
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार एपी सिदद्की की ओर से छात्रों, शिक्षकों और कर्मियों के लिए नोटिस जारी कर कहा गया कि कोविड-19 से बचाव के चलते लॉकडाउन बढ़ने और यूजीसी की 29 अप्रैल की गाइडलाइन के तहत यह फैसला लिया गया है.
विश्वविद्यालय ने कहा, ‘छात्रावासों में फंसे छात्र जो पूर्व में अपने घर नहीं जा सकते थे और यहीं ठहरे हुए थे, उन्हें निर्देश दिया जाता है कि राज्य सरकारों द्वारा परिवहन और यात्रा के लिये किये गए इंतजामों के मुताबिक वे छात्रावास खाली कर दें.’
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जामिया प्रशासन ने छात्रों को बताया कि अब विश्वविद्यालय अगस्त में खुलेगा और नया शैक्षणिक सत्र सितंबर से शुरू होगा. जुलाई में होने वाली परीक्षाओं के कार्यक्रम में भी बदलाव होगा.
विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया, ‘फिलहाल सभी उद्देश्यों के लिए विश्वविद्यालय बंद है. लाइब्रेरी और अन्य संस्थागत सुविधाएं भी लॉकडाउन के मद्देनजर बंद हैं.’
जामिया प्रशासन ने छात्रों से अपने-अपने घर लौटने के लिए किए जाने वाले यात्रा प्रबंधों के लिए संस्थान के मुख्य शैक्षणिक अधिकारी (प्रोवोस्ट) से संपर्क करने को कहा.
आदेश में कहा गया, ‘विश्वविद्यालय के लिए भविष्य में लॉजिस्टिक्स और मैनपावर की जरूरतों को बनाए रखना बहुत ही मुश्किल है. हॉस्टलों को सैनिटाइजेशन और मरम्मत की जरूरत है इसलिए हॉस्टलों को बिना किसी छूट के पूरी तरह से खाली किया जाना है. प्रोवोस्ट्स (लड़के और लड़कियों के छात्रावास) से अनुरोध किया जाता है कि वे इस प्रक्रिया को तत्काल शुरू करें.’
इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने कहा कि जुलाई 2020 के लिए परीक्षा कार्यक्रम की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)