डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि दुनिया के देशों को चीन के वुहान शहर से सीखना चाहिए कि किस तरह से वायरस का केंद्रबिंदु होने के बावजूद वहां सामान्य स्थिति बहाल की गई. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ को चीन की पीआर एजेंसी करार दिया था.
बीजिंगः विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन की प्रशंसा करते हुए कहा कि दुनिया के देशों को वुहान से सीखना चाहिए कि किस तरह से वायरस के केंद्रबिंदु होने के बावजूद वहां पर सामान्य स्थिति बहाल की गई.
वहीं, एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ को चीन की जनसंपर्क (पीआर) एजेंसी करार दिया था.
ट्रंप ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ को खुद पर शर्मिंदा होना चाहिए.
ट्रंप प्रशासन ने कोरोना पर डब्ल्यूएचओ की भूमिका को लेकर जांच शुरू कर दी है. इससे पहले अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग भी रोक दी थी.
मालूम हो कि जर्मनी, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देश कोरोना के प्रसार के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
इस महामारी से दुनियाभर में अब तक 2.35 लाख अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि अकेले अमेरिका में ही कोरोना से 64,000 से अधिक लोग दम तोड़ चुके हैं.
वहीं, कोरोना वायरस से दुनियाभर में 33 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं.
डब्ल्यूएचओ की स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम अधिकारी मारिया वान केरखोवे ने जिनेवा में ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह खुशी की बात है कि अब वुहान में कोविड-19 का कोई नया मामला नहीं है. कोई गंभीर मामला भी नहीं है, वुहान में अब इस बीमारी से कोई प्रभावित नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘दुनिया ने चीन से सीखा है और हमें वुहान से सीखना चाहिए कि वे किस तरह से समाज को सामान्य स्थिति में ला रहे हैं.’
वुहान में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि अस्पतालों में कोविड-19 के सभी मामले खत्म हो चुके हैं.
चीन ने कोरोना वायरस फैलने के बाद स्थिति को ठीक से नहीं संभाला: ह्वाइट हाउस
अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि वुहान में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद चीन ने स्थिति को ठीक से नहीं संभाला.
ह्वाइट हाउस ने हालांकि चीन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई पर कोई निर्णायक जवाब नहीं दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना से ठीक ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाते हुए चीन को दंडित करने के लिए आयात शुल्क बढ़ाने के संकेत दिए हैं.
ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनी से संवाददाता सम्मेलन के दौरान पूछा गया कि राष्ट्रपति ट्रंप के चीन को दंडित करने के लिए उस पर आयात शुल्क बढ़ाने के सुझाव के बाद शेयर बाजार में गिरावट आई है तो क्या ऐसे में चीन पर नए शुल्क लगाने के लिए गंभीर विचार किया जा रहा है?
इस पर मैकनी ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति की किसी भी घोषणा को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दूंगी लेकिन मैं चीन को लेकर राष्ट्रपति की नाराजगी का समर्थन करूंगी. यह कोई रहस्य नहीं है कि चीन ने इस स्थिति को ठीक से नहीं संभाला.’
उन्होंने कहा, ‘मैं केवल कुछ बातें आपके सामने रखती हूं, उन्होंने उस समय तक इस वायरस की उत्पत्ति के बारे में जानकारी साझा नहीं की जब तक शंघाई में एक प्रोफेसर ने ऐसा नहीं किया.’
वह कहती हैं, ‘अगले दिन चीन ने अपनी प्रयोगशाला बंद कर दी. उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ मानव से मानव में संक्रमण के बारे में धीरे-धीरे सूचना दी और ऐसे महत्वपूर्ण समय में अमेरिकी जांचकर्ताओं को जाने नहीं दिया गया इसलिए चीन की कार्रवाई को लेकर नाराजगी है लेकिन फिर से जवाबी कार्रवाई की बात आती है तो मैं इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी.’
ट्रंप ने गुरुवार को आरोप लगाया कि चीन नहीं चाहता कि इस साल होने वाले चुनावों में मेरा निर्वाचन हो क्योंकि वह आयात शुल्क के तौर पर उससे अरबों डॉलर वसूल रहे हैं.