राज्य में बनाए गए ग्रीन ज़ोन में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद असम सरकार ने केंद्र को सूचित किया है कि वह परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय द्वारा निर्धारित किए गए ‘ज़ोन सिस्टम’ को नहीं मानेंगे.
देशभर में कोरोना वायरस से निपटने के लिए संक्रमण के मामले सामने आने के आधार पर क्षेत्रों को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांटा गया था. अब असम सरकार ने इस जोन व्यवस्था को मानने से इनकार कर दिया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बीते दो दिनों में गुवाहाटी समेत राज्य के ग्रीन ज़ोन क्षेत्रों में 28 पॉजिटिव मामले मिले हैं, साथ ही कोरोना से एक जान भी गयी है, इसके बाद राज्य सरकार ने केंद्र से कहा है कि वे इस जोन सिस्टम का पालन नहीं करेंगे.
हालांकि यह भी कहा गया है कि इसकी जगह ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना के अधिक मामले मिलेंगे और उसके आस-पास के इलाके को क्रमशः ‘कंटेनमेंट और बफर जोन’ में वर्गीकृत किया जाएगा.
गुवाहाटी के ग्रीन जोन से ऑरेंज या रेड में पहुंचने से जुड़े एक सवाल पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा, ‘असम सरकार ने केंद्र को आधिकारिक रूप से जोन व्यवस्था का पालन करने से इनकार कर दिया है क्योंकि यह ठीक नहीं है. मान लीजिये हमें फैंसी बाजार में कोई पॉजिटिव मामला मिला, तो नूनमती (एक इलाका जो 9 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसी क्षेत्र में आता है) के लोग इससे कैसे प्रभावित हो सकते हैं?’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने कहा है कि हमें कंटेनमेंट और बफर जोन की नीति का पालन करने दिया जाए क्योंकि जोन वाला वर्गीकरण अटकलों पर आधारित है और लोगों की आजीविका से जुड़ा है.’
गुवाहाटी, जो कि ग्रीन जोन में है, में नौ कंटेनमेंट जोन हैं. यहां बीते दो दिनों में 22 मामले सामने आये हैं. असम इस व्यवस्था को न मानने वाला संभवतया पहला भाजपा शासित राज्य है.
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए ‘कंटेनमेंट ऑपरेशन’ के लिए जिलों का वर्गीकरण इस तरह किया गया था. तीन मई को दूसरे चरण के लॉकडाउन के समाप्त होने से पहले नियमों में थोड़ा बदलाव किया गया था.
तब कहा गया था कि किसी भी क्षेत्र को ग्रीन जोन में तभी रखा जाएगा यदि वहां कोविड-19 का कोई पुष्ट मामला न हो या पिछले 21 दिन में जिले में कोई मामला सामने न आया हो.
वहीं कोई भी रेड या ऑरेंज जोन में शामिल जिले क्रमश: 28 और 14 दिन तक कोई नया मामला सामने न आने के बाद ग्रीन जोन में आ सकते हैं.
वर्तमान में असम के 33 जिले ऑरेंज जोन में हैं. सरकारी सूत्रों के अनुसार, धुबरी, गोआलपाड़ा और मोरीगांव जिलों की स्थिति में सुधार हो रहा है.
असम में अब तक कोई रेड जोन नहीं है. राज्य में अब तक कोरोना के 86 मामले सामने आये हैं, जहां 40 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं.
गुवाहाटी में बीते चौबीस घंटों में 22 मामले सामने आये हैं, जिनमें से 15 पहले पॉजिटिव पाए गए एक मरीज से जुड़े हुए थे.