उबर ने 3,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला: रिपोर्ट

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उबर के फीनिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रमुख रफिन शेवलॉ ने इन 3,500 कर्मचारियों को जूम ऐप के माध्यम से कॉल किया और कहा कि आज आपका आखिरी दिन है.

(फोटो: रॉयटर्स)

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उबर के फीनिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रमुख रफिन शेवलॉ ने इन 3,500 कर्मचारियों को जूम ऐप के माध्यम से कॉल किया और कहा कि आज आपका आखिरी दिन है.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

वाशिंगटन: दुनियाभर के देशों द्वारा लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद अपनी सेवाएं दोबारा शुरू करने वाली कैब सेवा प्रदाता उबर ने 3,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. उसने अपने कर्मचारियों को इसकी सूचना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम के माध्यम से कॉल करके दी.

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उबर के फीनिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रमुख रफिन शेवलॉ ने इन 3,500 कर्मचारियों को जूम ऐप के माध्यम से कॉल किया और कहा कि आज आपका आखिरी दिन है.

उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि यह सुनना कितना मुश्किल है. कोई भी ऐसी कॉल नहीं लेना चाहता है. हमें आपको जितनी जल्द हो सके उतना जल्द बताने को कहा गया ताकि आपको किसी और माध्यम से इसकी जानकारी न मिले.’

जानकारी के अनुसार, उबर दुनियाभर में अपने 3,700 कर्मचारियों को निकाल रहा है. इस तरह उबर ने अपने कुल 26,900 कर्मचारियों में से 14 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.

उबर का यह कदम ऐसे समय पर सामने आया है, जब दुनियाभर में हुए लॉकडाउन के बाद उसका कारोबार लगभग आधा हो गया है और साल 2020 की पहली तिमाही में उसे 2.9 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है.

उबर ने घोषणा की है कि वह अपने चालकों के ऑनलाइन आने से पहले अनिवार्य रूप से मास्क पहनने जैसे सुरक्षा उपायों को लागू करने जैसे कदम उठाने जा रही है.

कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘अमेरिका, कनाडा, भारत, यूरोप के अधिकतर देशों और लातिन अमेरिका में आगामी 18 मई, सोमवार से ऐसे चालक ऑनलाइन नहीं रह पाएंगे जो मास्क नहीं पहने होंगे या किसी तरह का मुंह ढकने वाला नहीं इस्तेमाल कर रहे होंगे.’

भारत में तीसरे चरण के लॉकडाउन की शुरुआत होने के साथ ही 4 मई से उबर और ओला ने 100 शहरों में अपनी सेवाएं शुरू कर दी थीं.