लॉकडाउन: अलग-अलग सड़क हादसों में यूपी और मध्य प्रदेश में आठ प्रवासी मजदूरों की मौत

ऑटोरिक्शा में हरियाणा से बिहार जा रहे दंपति की लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर पर मौत हो गई. मध्य प्रदेश के गुना में टेम्पो पलट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए. मध्य प्रदेश के बड़वानी में दो हादसों में पांच प्रवासियों की मौत हो गई.

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Navi Mumbai: Migrants who were stranded in Panvel walk along a road towards their native places in Uttar Pradesh, during the nationwide lockdown, imposed in wake of the coronavirus pandemic, in Navi Mumbai, Friday, May 8, 2020. (PTI Photo)(PTI08-05-2020_000295B)

ऑटोरिक्शा में हरियाणा से बिहार जा रहे दंपति की लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर पर मौत हो गई. मध्य प्रदेश के गुना में टेम्पो पलट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए. मध्य प्रदेश के बड़वानी में दो हादसों में पांच प्रवासियों की मौत हो गई.

Navi Mumbai: Migrants who were stranded in Panvel walk along a road towards their native places in Uttar Pradesh, during the nationwide lockdown, imposed in wake of the coronavirus pandemic, in Navi Mumbai, Friday, May 8, 2020. (PTI Photo)(PTI08-05-2020_000295B)
(फोटो: पीटीआई)

उन्नाव/भोपाल: देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सुविधाओं के अभाव में शहरों से अपने घरों को जा रहे कम से कम आठ प्रवासी मजदूरों की शनिवार और रविवार को हुए सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो गई जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए.

हरियाणा से ऑटोरिक्शा में बिहार अपने घर जा रहे प्रवासी दंपति की लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर शनिवार को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई जबकि उनका छह साल का बच्चा बाल-बाल बच गया.

पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय अशोक चौधरी हरियाणा के झज्जर में ऑटो चलाकर आजीविका चलाता था. वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ ऑटो से बिहार के दरभंगा स्थित अपने घर जा रहा था.

पुलिस ने बताया कि अशोक के ऑटो में पेट्रोल खत्म हो गया था और वह पत्नी की मदद से टैंक में पेट्रोल भर रहा था कि अचानक एक तेज रफ्तार लोडर ने पीछे से टक्कर मार दी. हादसा बांगरमउ कोतवाली क्षेत्र में हुआ.

अशोक और उसकी 33 वर्षीय पत्नी छोटी की मौके पर ही मौत हो गई. उनकी पहचान ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड से हुई.

बांगरमउ पुलिस स्टेशन के एसएचओ श्याम पाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने लोडर को कब्जे में ले लिया है लेकिन चालक फरार होने में कामयाब हो गया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है. योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शवों को घर भिजवाने का प्रबंध करें.

एक अन्य हादसे में मध्य प्रदेश के गुना जिले में भदोरा के पास एक टेम्पो पलट जाने से उसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी.

अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) शिवानी गर्ग ने बताया कि लॉकडाउन के कारण प्रतापगढ़ (उप्र) में फंसा धारावी, मुम्बई का रहने वाला एक परिवार प्रतापगढ़ से मुम्बई वापस लौट रहा था तब एक बाइक को बचाने के प्रयास में उनका वाहन शनिवार दोपहर को पलट गया. इस हादसे में 45 वर्षीय शराफत अली की मौत हो गयी और 11 अन्य घायल हो गए जिनमें दो की हालत गंभीर है.

नागलवाड़ी पुलिस थाने के प्रभारी मजहर खान ने बताया कि मध्य प्रदेश बड़वानी जिले में शनिवार दोपहर को आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर गवघाटी के पास एक ट्रक को पीछे से एक अन्य वाहन ने टक्कर मार दी. इससे ट्रक में सवार आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले 22 वर्षीय अनिकेत ठाकुर की मौत हो गयी. मृतक जिस ट्रक में सवार था वह 45 प्रवासी श्रमिकों को मुम्बई से आजमगढ़ ले जा रहा था.

खान ने बताया कि हादसे में घायलों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है. पुलिस दोनों वाहनों के चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

वहीं, मध्य प्रदेश के बड़वानी में ही रविवार को ट्रक की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक प्रवासी मजदूर, उसकी पत्नी और 2 अन्य लोगों की टैंकर वाले ट्रक से कुचलकर मौत हो गई. ये चारों लोग महाराष्ट्र से इंदौर लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ.

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भी मजदूरों से भरी एक बस हादसे का शिकार हो गई जिसके कारण 32 मजदूर घायल हो गए. यह हादसा देर रात जलपाईगुड़ी जिले में धुपगुड़ी ब्लॉक के अंतर्गत मोरंगा चौपाटी के पास हुआ.

सभी प्रवासी श्रमिक बिहार के अंतर्गत साहुदांगी ईंट कारखाने में काम कर रहे थे. सभी वापस अपने गृह नगर कूचबिहार जिले में जा रहे थे. इस बस हादसे में 4 महिलाओं, 3 बच्चों समेत कुल 32 लोग घायल हो गए.

सभी घायलों को हादसे के बाद जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई.

मालूम हो कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्यों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं और लगातार इस तरह की मौतों की खबरें आ रहीं हैं.

इससे पहले शनिवार को ही मध्य प्रदेश में सागर जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर सागर-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-86 पर प्रवासी श्रमिकों को महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश ले जा रहा एक ट्रक पलट गया जिससे छह श्रमिकों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए.

वहीं, शनिवार तड़के हुए एक हादसे में उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में ट्रक और डीसीएम वैन की टक्कर में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 37 मजदूर घायल हो गए. इनमें से गंभीर रूप से घायल 14 मजदूरों को सैफई (इटावा) के पीजीआई में भर्ती कराया गया है.

बीते गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जालौन और बहराइच में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी, जबकि 71 अन्य घायल हो गए थे.

वहीं, बुधवार और गुरुवार को तीन अलग-अलग हादसों में 15 मजदूरों की मौत हो गई थी. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक बस से कुचलकर छह प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चित्रकूट में ट्रक की टक्कर से एक मजदूर की मौत हो गई. मध्य प्रदेश में बस की टक्कर से ट्रक में सवार आठ प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई. इन हादसों में 60 से अधिक प्रवासी मजदूर घायल हो गए थे.

इससे पहले 10 मई को हैदराबाद से आम से लदे ट्रक पर सवार होकर यूपी लौट रहे छह प्रवासी मजदूरों की मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के पास मौत हो गई थी. वहीं 9 मई की सुबह मध्य प्रदेश के शहडोल और उमरिया जिलों के 16 प्रवासी श्रमिकों की मालगाड़ी से कटकर उस वक्त मौत हो गई थी जब वे औरंगाबाद के पास एक रेलवे ट्रैक पर सो रहे थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)