असम: भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से 20 लोगों की मौत

असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर ज़िलों में हुआ भूस्खलन. लगातार बारिश की वजह से असम के कई ज़िले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं.

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फोटो: पीटीआई

असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर ज़िलों में हुआ भूस्खलन. लगातार बारिश की वजह से असम के कई ज़िले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं.

Kamrup: Villagers try to cross a damaged road which was washed away by flood water at Sukunia village in Kamrup district, Tuesday, May 26, 2020. Due to heavy rainfall from last few days, hundreds of villages in lower Assam have been affected by floods. (PTI Photo)(PTI26-05-2020_000194B)
असम के कई जिले इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी/करीमगंज/सिलचर: असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

हैलाकांडी जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया कि दो बच्चों और एक महिला सहित सात लोगों की उस समय मौत हो गई, जब बोलोबा बाजार के नजदीक मोहनपुर में भूस्खलन की वजह से मलबा टिन के बने उनके मकान पर आ गिरा. यह घटना मंगलवार सुबह छह बजे हुई और हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

उन्होंने बताया कि घायलों को इलाज के लिए हैलाकांडी जिला मुख्यालय स्थित एसके सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पड़ोसी करीमगंज जिले के पुलिस अधीक्षक संजीत कृष्णा ने बताया कि जिले के करीमपुर में मंगलवार तड़के 3:30 बजे पर हुए भूस्खलन की एक अन्य घटना में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. मृतकों में एक महिला और तीन बच्चे शामिल हैं. यहां एक और व्यक्ति की मौत होने की सूचना है.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कछार जिले के जयपुर इलाके स्थित कोलापुर गांव में भूस्खलन से सात लोगों की मौत हुई है.

अधिकारियों के मुताबिक राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के अधिकारियों को तीनों घटनास्थलों पर भेजा गया है.

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारी बारिश की वजह से बराक घाटी में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से लोगों की मौतों से दुखी हूं. मैंने कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिला प्रशासन और एसडीआरएफ को बचाव और राहत अभियान चलाने एवं जरूरतमंदों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है.’

उन्होंने कहा कि असम के मंत्री परीमल सुकलावैद्य ने जिला प्रशासन को भूस्खलन के मामले में सरकार को रिपोर्ट तुरंत भेजने का निर्देश दिया ताकि मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि मुहैया कराई जा सके.

वह कोविड-19 के मद्देनजर हालात का जायजा लेने के लिए हैलाकांडी में मौजूद हैं.

भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने कहा है कि राहत और बचाव कार्य जारी है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ‘असम की बराक घाटी में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से लोगों की मौत दुखद है. स्थानीय प्राधिकरण राहत और बचाव कार्य में लगे हैं. मृतकों के परिवार के प्रति शोक संवेदना. सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना.’

लगातार बारिश की वजह से असम राज्य इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है. 11 जिलों के 321 गांवों में लगभग तीन लाख लोग प्रभावित हुए.

वर्तमान में धेमाजी, लखीमपुर, नगांव, होजई, दर्रांग, बारपेटा, नलबाड़ी, गोआलपाड़ा, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में बाढ़ के कारण लगभग 2.72 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.

गोआलपाड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला जिला है, जिसमें 2.15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जिसके बाद नलबाड़ी में 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और नगांव में लगभग 11,000 लोग प्रभावित हुए हैं.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ के कारण राज्य में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक 2,678 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है और तकरीबन 44,331 पालतू पशु प्रभावित हुए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)