उत्तर प्रदेश पुलिस ने तबलीगी जमात के 83 लोगों के खिलाफ दायर की चार्जशीट, इसमें 57 विदेशी हैं

इन लोगों को कथित रूप से कोरोना वायरस फैलाने के आरोप में सहारनपुर में छह अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया था.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

इन लोगों को कथित रूप से कोरोना वायरस फैलाने के आरोप में सहारनपुर में छह अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया था.

New Delhi: Members of the Tablighi Jamaat leave in a bus from LNJP hospital for the quarantine centre during the nationwide lockdown, in wake of the coronavirus pandemic, in New Delhi, Tuesday, April 21, 2020. (PTI Photo/Manvender Vashist) (PTI21-04-2020_000208B)
(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीते शनिवार को तबलीगी जमात के 83 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की. इसमें से 57 लोग विदेशी नागरिक हैं.

इन लोगों को कथित रूप से कोरोना वायरस फैलाने के आरोप में सहारनपुर में छह अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया था. इन पर ये भी आरोप है कि इन्होंने मार्च महीने में दिल्ली में जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी जिला प्रशासन को नहीं दी थी.

राज्य के विभिन्न जिलों में करीब 300 मामले दायर कर 2500 से ज्यादा तबलीगी जमात के लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, इसमें से 308 लोग विदेशी नागरिक थे. पुलिस ने इन्हें कस्टडी में लेकर 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया था.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 200 से ज्यादा मामलों में चार्जशीट दायर की गई है.

हिरासत में लिए गए तबलीगी जमात के लोगों में से 300 लोग वर्तमान में यूपी की विभिन्न जेलों में बंद हैं, जिनमें 279 विदेशी नागरिक शामिल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि अन्य व्यक्ति जमानत पर बाहर हैं.

सहारनपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी. ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘पुलिस ने कुल 83 जमात सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, जिसमें 57 विदेशी नागरिक शामिल हैं. वे सहारनपुर में दर्ज छह मामलों में आरोपी थे.’ विदेशी नागरिक किर्गिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, सूडान और फ्रांस सहित अन्य देशों के हैं.

सहारनपुर पुलिस के अनुसार तीन मामले मंडी पुलिस स्टेशन में दर्ज किए गए थे, एक-एक एफआईआर कोतवाली देहात, कुतुबशेर और देवबंद पुलिस ने दर्ज की थी.

स्थानीय निवासियों पर कथित तौर पर विदेशी नागरिकों के ठहरने की व्यवस्था करने का भी आरोप है, जिन पर पर्यटक वीजा पर भारत यात्रा के दौरान एक धार्मिक सभा में भाग लेने का आरोप है.