तेलंगाना की तरह कोरोना के इलाज के संबंध में कर्नाटक ने केंद्र से 1,300 वेंटिलेटर मांगे थे, लेकिन सरकार का कहना है कि उन्हें अब तक सिर्फ़ 90 वेंटिलेटर दिए गए हैं.

नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों में वेंटिलेटर पहुंचाने के मोदी सरकार दावों पर राज्यों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है और केंद्र पर आरोप लगाया है कि उनकी मांग के मुताबिक उन्हें वेंटिलेटर नहीं दिए जा रहे हैं.
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र ने कहा है कि उन्होंने केंद्र सरकार से 1,000 वेंटिलेटर मांगे थे, लेकिन अब तक राज्य को सिर्फ 50 वेंटिलेटर दिए गए हैं.
मंत्री ने कहा, ‘आपका आईसीएमआर कितनी बार गाइडलाइन बदलेगा, इसके बारे में आपको सोचना चाहिए. हमने 1,000 वेंटिलेटर मांगे थे, लेकिन आपने सिर्फ 50 दिए. प्रधानमंत्री के आदेश पर हमारी मशीनों को आईसीएमआर द्वारा कोलकाता भेज दिया गया.’
You did not give us proper facilities and financial aid but our state government has managed: Telangana State Health Minister Eatala Rajendra https://t.co/vquwHMTGFZ
— ANI (@ANI) June 21, 2020
तेलंगाना स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से उन्हें सुविधाएं और आर्थिक मदद नहीं मिल रही है.
दक्षिण के ही एक अन्य राज्य कर्नाटक में भी वेंटिलेटर की कमी होना चिंता का सबब बना हुआ है. द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य ने केंद्र से 1,300 वेंटिलेर मांगे थे, लेकिन उन्हें अब तक सिर्फ 90 वेंटिलेटर दिए गए हैं.
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों के लिए वेंटिलेटर महत्वपूर्ण है.
मोदी सरकार ने उस समय खूब सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने ऐलान किया था कि पीएम केयर्स फंड से देश में निर्मित वेंटिलेटरों को खरीदा जाएगा और राज्यों के अस्पतालों ने इसे भेजा जाएगा.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने 13 मई 2020 को प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने 3,100 करोड़ रुपये आवंटित किया है और इसमें से करीब 2,000 करोड़ रुपये वेंटिलेटर खरीदने में खर्च किए जाएंगे. कार्यालय ने कहा कि इस पैसे से कुल 50,000 वेंटिलेटर खरीदे जाएंगे.
इस घोषणा के करीब एक महीने बाद भाजपा प्रवक्ताओं और पार्टी के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर वेंटिलेटर की तस्वीरें साझा कर दावा किया कि इन्हें पीएम केयर्स फंड से खरीदा गया और सभी राज्यों में पहुंचाया जा रहा है. हालांकि राज्य इस दावे पर आपत्ति जता रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उनकी मांग के मुताबिक उन्हें वेंटिलेटर नहीं दिए जा रहे हैं.
इसी बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को दावा किया कि देश में इस समय 21,000 वेंटिलेटर हैं और जून के अंत तक पीएम केयर्स फंड से 60,000 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए जाएंगे. हालांकि पीएमओ ने कहा था कि पीएम केयर्स से 50,000 वेंटिलेटर खरीदे जाएंगे. इसलिए ये स्पष्ट नहीं है कि नड्डा किस आधार पर इतनी संख्या में वेंटिलेटर उपलब्ध कराने का दावा कर रहे हैं.