कोविड-19: गुजरात सरकार ने पुलिसकर्मियों को अवकाश देने से किया मना

गुजरात गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सभी पुलिसकर्मियों को भी तब तक छुट्टी की मांग नहीं करने की सलाह दी गई है, जब तक कि अवकाश किसी चिकित्सा या किसी अन्य अति आवश्यक कारणों के लिए न हो.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

गुजरात गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सभी पुलिसकर्मियों को भी तब तक छुट्टी की मांग नहीं करने की सलाह दी गई है, जब तक कि अवकाश किसी चिकित्सा या किसी अन्य अति आवश्यक कारणों के लिए न हो.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

अहमदाबाद: गुजरात गृह विभाग ने लॉकडाउन के पांचवें चरण ‘अनलॉक-1’ के प्रभावी कार्यान्वयन में पुलिसकर्मियों की आवश्यता होने का हवाला देते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पुलिसकर्मियों को कोई अवकाश नहीं देने के लिए कहा है.

गृह विभाग द्वारा गुरुवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन को हटाने या अनलॉक-1 के चरणबद्ध कार्यान्वयन के लिए पुलिस बल की उपस्थिति आवश्यक है. यह अनिवार्य है कि पुलिसकर्मी क्षेत्र में सक्रिय रहें.

अधिसूचना के अनुसार, पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सभी पुलिसकर्मियों को भी तब तक छुट्टी की मांग नहीं करने की सलाह दी गई है जब तक कि अवकाश किसी चिकित्सा या किसी अन्य अति आवश्यक कारणों के लिए न हो.

विभाग ने राज्य के डीजीपी और सभी जिला पुलिस अधीक्षकों सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों को उनके अधीनस्थ कर्मचारियों को चिकित्सा कारणों या किसी अन्य आपात स्थितियों को छोड़कर किसी भी तरह की छुट्टी मंजूर नहीं करने के लिए कहा.

राजस्थान पत्रिका के मुताबिक अधिसूचना में कहा गया है कि कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से केंद्रीय गृह मंत्रालय के पिछले 30 मई को जारी किए दिशा-निर्देशों के तहत ऐसा किया गया है.

अधिसूचना में कोरोना वायरस की परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासनिक हित में पुलिस विभाग के सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को सक्रिय रूप जुड़े रहने का निर्देश दिया गया है.

गुजरात में अब तक चार पुलिसकर्मियों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है और कुछ संक्रमित हैं. राज्य सरकार कोरोना वायरस से लड़ाई के दौरान पुलिसकर्मियों की मौत होने से 25 लाख रुपये सहायता राशि देने का ऐलान कर चुकी है.

गुजरात राज्य लगभग एक लाख पुलिसकर्मी हैं.

केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के बाद, गुजरात सरकार ने एक जून से लॉकडाउन से राहत देने की घोषणा की थी.

मालूम हो कि गुजरात कोरोना वायरस संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में से एक है. यहां संक्रमण के 29,520 मामले सामने आ चुके हैं और 1,753 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 21,498 लोग इलाज के बाद संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.

पिछले एक महीने से राज्य में रोजाना कोरोना वायरस के 4,00 से अधिक नए मामले दैनिक आधार पर सामने आ रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)