असम में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला धेमाजी है और इसके बाद तिनसुकिया, नलबाड़ी ज़िला भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. धेमाजी ज़िले 259 गांवों के 99,116 लोग प्रभावित हैं.
गुवाहाटी: असम में बीते शनिवार को बाढ़ के बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई. राज्य में इसमें दो और लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही राज्य में अब तक कम से कम 16 लोगों की मौत हो चुकी है.
वहीं, तिनसुकिया जिले बागजान में क्षतिग्रस्त गैस कुएं में आग बुझाने के सारे कार्य स्थगित कर दिए गए हैं क्योंकि वहां बाढ़ का पानी घुस गया है.
अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ का पानी राज्य के 33 में से 21 जिलों में प्रवेश कर चुका है, जिससे 4.6 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
गुवाहाटी स्थिति क्षेत्रीय मौसम विभाग ने बताया है कि अगले चार से पांच दिनों में राज्य में भारी बारिश की संभावना है.
तिनसुकिया जिले में बागजान स्थित कुआं संख्या पांच से पिछले 32 दिनों से लगातार गैस का अनियंत्रित रिसाव हो रहा है. कुएं में 27 मई को एक विस्फोट होने के बाद आग लग गई थी और इसमें ऑयल इंडिया लिमिटेड के दो कर्मचारी मारे गए थे.
कंपनी ने बताया कि बागजान में और इसके आसपास की सभी नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. डांगोरी नदी उफान पर है और आग बुझाने के लिए कुएं के ऊपर लगाया गया पंप उसके पानी में डूब गया है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, गोआलपाड़ा जिले के बालिजाना और मटिया में बाढ़ के पानी के कारण दो लोगों की मौत हो गई. राज्य में अब तक कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार मृतकों की पहचान 39 वर्षीय सुभाष दास के रूप में हुई. वह गोआलपाड़ा जिले के निज सात्रपुर गांव के रहने वाले थे, जबकि दूसरी बदालमारी गांव की रहने वाली चार साल की एक लड़की थी.
राज्य में धेमाजी सर्वाधिक प्रभावित जिला है और इसके बाद तिनसुकिया, नलबाड़ी जिला भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, धेमाजी के 259 गांवों के 99,116 लोग, तिनसुकिया के 136 गांवों के 59,261 लोग, नलबाड़ी के 63 गांवों के 58,383 लोग प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित 4,62,777 लोगों में से 19,496 लोग 98 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
एएसडीएमए ने कहा कि धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, उदलगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, चिरांग, गोआलपाड़ा, कामरूप (गुवाहाटी), कोकराझाड़, बरपेटा, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिबसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया समेत अन्य जिलों में बाढ़ के कारण 4.6 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
बुलेटिन के मुताबिक, प्रशासन ने पिछले 24 घंटे के दौरान तीन जिले में 261 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
एएसडीएमए ने कहा कि बारिश जारी रहने के कारण डिब्रूगढ़ शहर पिछले चार दिन से पानी में डूबा हुआ है.
बाढ़ के कारण 1,289 गांवों की 37,313.46 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है. एएसडीएमए ने कहा कि जिला विभागों ने 10 जिलों में 132 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 19,496 लोग रहे रहे हैं.
भारी बारिश की वजह से ब्रह्मपुत्र नदी ऊपरी असम और निचले असम के अधिकांश हिस्सों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर शनिवार को 49.81 मीटर था, यहां खतरे का निशान 49.68 है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट के नीमतीघाट, तेजपुर, बरपेटा में बहरी, धुबरी, डिब्रूगढ़ में बुड़हीडिंग, नुमालीगढ़ में धनसिरी, सोनितपुर में गिओलाघाट और जिया भराली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
बीते 25 जून को निचले असम में बरपेटा रोड से 30 किलोमीटर दूर स्थिति कुरिचु बांध से पानी छोड़े जाने के कारण ब्रह्मपुत्र, बेकी, मानस, पगलड़िया और पोहुमारा नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
बीते मई महीने में असम में बाढ़ से 11 जिलों 321 गांवों में लगभग तीन लाख लोग प्रभावित हुए थे. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया था कि गोआलपाड़ा जिला बाढ़ से सर्वाधिक हुआ था, जहां से दो लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया था. दीमा हजाओ ज़िले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए थे, अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न थे.
बीते दो जून को असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर जिलों में भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)