असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य के 15 ज़िलों में बनाए गए 254 राहत शिविरों में तक़रीबन 15,289 लोग शरण लिए हुए हैं. 2,197 गांव जलमग्न हैं और क़रीब 87,018.17 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल बर्बाद हो गई है.
गुवाहाटी: असम में बाढ़ और इससे संबंधित घटनाओं में सात और लोगों की मौत हो गई, जबकि विभिन्न स्थानों पर तटबंधों, सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचने के साथ ही करीब 15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
बाढ़ में 33 लोगों ने जान गंवायी हैं, जबकि 24 लोगों की मौत भूस्खलन के कारण हो गई.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बुधवार को बरपेटा जिले में तीन व्यक्तियों की और धुबरी, नगांव और नलबाड़ी में एक-एक व्यक्ति की बाढ़ जनित घटनाओं में मौत हो गई, जबकि कछार जिले में भूस्खलन में 50 वर्षीय एक व्यक्ति मारा गया.
प्राधिकरण ने बताया कि राज्य के 33 में से 23 जिलों में रहने वाले लगभग 14.95 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर गुवाहाटी, जोरहाट में निमतीघाट, तेजपुर में सोनितपुर, गोआलपाड़ा और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर है.
माजुली और वेस्ट कर्बी आंगलोंग जिले में बाढ़ का पानी कम हुआ है, लेकिन धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, चिरांग, दरांग, नलबाड़ी, बरपेटा, बोंगईगांव, धुबरी, दक्षिण सालमारा, गोआलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, होजाई, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले के काफी हिस्से अब भी जलमग्न हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बरपेटा जिला बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है. यहां तकरीबन 5.95 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद दक्षिण सालमारा में करीब 1.95 लाख और गोआलपाड़ा में तकरीबन 94 हजार लोग प्रभावित हैं.
बीते एक जुलाई से प्रशासन ने तीन जिलों के तकरीबन 4,221 लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
प्राधिकरण के अनुसार, वर्तमान में राज्य के करीब 2,197 गांव जलमग्न हैं और करीब 87,018.17 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल बर्बाद हो गई है.
राज्य के 15 जिलों में बनाए गए 254 राहत शिविरों में तकरीबन 15,289 लोग शरण लिए हुए हैं.
ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी धनसिरि गोलाघाट के नुमालीगढ़ में, सोनितपुर में एनटी रोड क्रॉसिंग पर जिया भराली नदी, नगांव के कामपुर में कोपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
बाढ़ से डिब्रूगढ़, बस्का, नगांव, बरपेटा, दरांग, नलबाड़ी, गोआलपाड़ा, बोंगईगांव, धुबरी, मोरीगांव, माजुली, शिवसागर और कोकराझाड़ जिलों में तटबंध, सड़क, पुल, पुलिया और कई अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, कछार के अलावा बक्सा जिले के विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है.
बीते मई महीने में असम में बाढ़ से 11 जिलों 321 गांवों में लगभग तीन लाख लोग प्रभावित हुए थे. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया था कि गोआलपाड़ा जिला बाढ़ से सर्वाधिक हुआ था, जहां से दो लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया था. दीमा हजाओ ज़िले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए थे, अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न थे.
बीते दो जून को असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर जिलों में भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)