बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज ख़ान का निधन

तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं 71 वर्षीय सरोज ख़ान ने 80 से 90 के दशक में अपना सर्वश्रेष्ठ काम अभिनेत्री श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ किया. श्रीदेवी के साथ उन्होंने ‘हवा हवाई’ और माधुरी के लिए उन्होंने ‘एक दो तीन’, ‘तम्मा-तम्मा लोगे’, ‘धक-धक करने लगा’, ‘डोला रे डोला’ जैसे कई हिट गीतों की कोरियोग्राफी की थी.

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सरोज ख़ान. (फोटो साभार:​ ट्विटर/@MsKajalAggarwal)

तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं 71 वर्षीय सरोज ख़ान ने 80 से 90 के दशक में अपना सर्वश्रेष्ठ काम अभिनेत्री श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ किया. श्रीदेवी के साथ उन्होंने ‘हवा हवाई’ और माधुरी के लिए उन्होंने ‘एक दो तीन’, ‘तम्मा-तम्मा लोगे’, ‘धक-धक करने लगा’, ‘डोला रे डोला’ जैसे कई हिट गीतों की कोरियोग्राफी की थी.

सरोज ख़ान. (फोटो साभार: ट्विटर/@MsKajalAggarwal)
सरोज ख़ान. (फोटो साभार: ट्विटर/@MsKajalAggarwal)

मुंबई: मशहूर कोरियोग्राफर सरोज ख़ान का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 71 वर्ष की थीं. तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं ख़ान पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं.

सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें पिछले शनिवार को मुंबई में बांद्रा के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उनकी कोविड-19 की जांच भी की गई, जिसकी रिपोर्ट में उनके संक्रमित न होने की पुष्टि हुई.

उनके रिश्तेदार मनीष जगवानी ने कहा, ‘बृहस्पतिवार देर रात करीब ढाई बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका अस्पताल में निधन हो गया.’

उपनगरीय मलाड में एक कब्रिस्तान में शुक्रवार सुबह ही उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया.

उनकी बेटी सुकैना ख़ान ने कहा, ‘सुबह करीब सात बजे उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया. तीन दिन बाद एक प्रार्थना सभा रखी जाएगी.’

सरोज ख़ान ने अपने चार दशक के करिअर में 2000 से अधिक गीतों की कोरियोग्राफी की. ख़ान ने 80 से 90 के दशक में अपना सर्वश्रेष्ठ काम अदाकारा श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ किया.

ख़ान का परिवार बंटवारे के बाद भारत आ गया था. उन्होंने बतौर बाल कलाकार अपने फिल्मी करिअर की शुरुआत की थी, लेकिन बाद में वह ‘बैकग्राउंड डांसर’ के तौर पर काम करने लगीं.

सरोज ख़ान का नाम पहले निर्मला था, लेकिन इस्लाम धर्म अपनाने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल लिया था. कोरियोग्राफर बी. सोहनलाल से नृत्य सीखते हुए 13 साल की उम्र में ही ख़ान ने उनसे शादी कर ली थी. उस समय सोहनलाल की उम्र 41 वर्ष थी और उनकी यह दूसरी शादी थी.

ख़ान ने 1974 में फिल्म ‘गीता मेरा नाम’ से अपने कोरियोग्राफी करिअर की शुरुआत की लेकिन उन्हें पहचान 1987 में श्रीदेवी के गीत ‘हवा हवाई’ से मिली. इसके बाद सरोज ख़ान ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक हिट गाने देती गईं.

अदाकारा श्रीदेवी के लिए फिल्म ‘नगीना’ और ‘चांदनी’ के गीतों के लिए की गई उनकी कोरियोग्राफी ने काफी सराहना हासिल की, लेकिन उन्हें सबसे अधिक लोकप्रियता अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के लिए कोरियोग्राफ किए गीतों से मिली.

माधुरी के लिए उन्होंने ‘एक दो तीन’, ‘तम्मा तम्मा लोगे’, ‘धक-धक करने लगा’, ‘चोली के पीछे क्या है’, ‘डोला रे डोला’ जैसे कई हिट गीतों की कोरियोग्राफी की.

सरोज ख़ान ने बाज़ीगर, मोहरा, डर, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, ताल, वीर ज़ारा, परदेस, सोल्जर, डॉन, सावरिया, लगान, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, मणिकर्णिका आदि फिल्मों के लिए भी काम किया है.

देवदास, जब वी मेट, गुरु, खलनायक, चालबाज के लिए उन्हें पुरस्कार भी मिले थे. उन्होंने नच बलिये, उस्तादों का उस्ताद, बूगी वूगी और झलक दिखला जा जैसे डांस रियलिटी शो को जज भी किया है.

ख़ान ने आखिरी बार 2019 में आई फिल्म ‘कलंक’ में माधुरी दीक्षित के लिए ही गीत ‘तबाह हो गए’ की कोरियोग्राफी की थी.

साल 2018 में कास्टिंग काउच से जुड़े एक बयान को लेकर सरोज ख़ान विवादों से घिर भी गई थीं. यौन उत्पीड़न के खिलाफ शुरू हुए ‘मी टू’ अभियान के मद्देनजर सरोज ख़ान ने महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि कास्टिंग काउच किसी के लिए भी कोई नई बात नहीं है.

उन्होंने कहा था, ‘ये चला आ रहा है बाबा आदम के ज़माने से. हर लड़की के ऊपर कोई न कोई हाथ साफ करने की कोशिश करता है. सरकार के लोग भी करते हैं. तुम फिल्म इंडस्ट्री के पीछे क्यों पड़े हो? वो कम से कम रोटी तो देती है, रेप करके छोड़ तो नहीं देती.’

वह यहीं नहीं रुकीं थी. उन्होंने कहा था कि ये लड़की के ऊपर निर्भर करता है कि वो अपने साथ क्या होने देना चाहती है. अगर उसके पास कला है तो वो अपने आप को क्यों बेचेगी.

सरोज ख़ान ने कहा था, ‘ये लड़की के ऊपर है कि तुम क्या करना चाहती हो. तुम उसके हाथ में नहीं आना चाहती हो तो नहीं आओगी. तुम्हारे पास आर्ट है तो तुम क्यों बेचोगी अपने आप को? फिल्म इंडस्ट्री को कुछ मत कहना. वो हमारा माई-बाप है.’

बॉलीवुड हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया. माधुरी दीक्षित ने अपनी नृत्य कला को बेहतर बनाने के लिए सरोज खान को श्रेय दिया है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अपने दोस्त और गुरु सरोज खान के निधन से टूट गई हूं. नृत्य में मेरी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मेरी मदद करने के लिए मैं हमेशा उनकी आभारी रहूंगी. दुनिया ने एक अद्भुत प्रतिभाशाली व्यक्ति को खो दिया है. मैं आपको याद करूंगी. दिल से परिवार के प्रति मेरी संवेदना.’

अभिनेता अक्षय कुमार ने लिखा, ‘सुबह-सुबह मशहूर कोरियोग्राफर सरोज ख़ान जी के निधन की दुखद खबर मिली. उन्होंने डांस को इतना आसान रूप दिया था, जैसे हर कोई डांस कर सकता है. फिल्म जगत के लिए एक बड़ी क्षति. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’

अभिनेत्री काजल अग्रवाल ने कहा है, ‘हर कलाकार का सपना होता है कि वह आपके संरक्षण में नाचे. आपको हमेशा याद किया जाएगा.’

फिल्म ‘फना’ में ख़ान के साथ काम करने वाले निर्देशक कुणाल कोहली ने उन्हें याद करते हुए कहा, ‘उन्होंने हमेशा लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई. कभी इस बात की परवाह नहीं की कि कौन बड़ा सितारा है और कौन नहीं. हमेशा सभी के लिए बिरयानी लाती थीं और सभी को प्यार से खिलाती थीं. उन सभी यादों के लिए मास्टर जी शुक्रिया.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)