बरपेटा बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला है, जहां 6.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद दक्षिण सालमारा में लगभग 1.95 लाख लोग और गोआलपाड़ा में 83,300 से अधिक लोग प्रभावित हैं.
गुवाहाटीः असम बाढ़ में शनिवार को दो और लोगों की मौतों के साथ कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है. राज्य के 33 जिलों में से 18 जिलों के 10.75 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
बाढ़ की वजह से शनिवार को मोरीगांव और तिनसुकिया में एक-एक मौत हुई है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक, बीते दो हफ्ते में बाढ़ से मोरीगांव, तिनसुकिया, धुबरी, नगांव, नलबाड़ी, बरपेटा, धेमाजी, उदलगुड़ी, गोआलपाड़ा और डिब्रूगढ़ में 22 लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 37 हुई है.
वहीं, 22 मई के बाद से अब तक राज्य में अलग-अलग स्थानों पर हुए भूस्खलनों से 24 लोगों की मौत हुई है.
वहीं, लखीमपुर और बोंगाईगांव में शनिवार को बाढ़ का पानी कम हुआ है. धेमाजी, बिश्वनाथ, चिरांग, दारंग, नलबाड़ी, बरपेटा, कोकराझाड़, धुबरी, दक्षिण सालमारा, गोआलपाड़ा, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले बाढ़ से प्रभावित हैं.
एएसडीएमए के मुताबिक, बरपेटा बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है, जहां 6.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इसके बाद दक्षिण सालमारा में लगभग 1.95 लाख लोग प्रभावित हैं. गोआलपाड़ा में 83,300 से अधिक लोग प्रभावित हैं.
शनिवार को बीते 24 घंटे में तीन जिलों में एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने 1,046 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
जिला प्रशासन ने आठ जिलों में 171 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां इस समय 6,531 लोग शरण लिए हुए हैं.
बाढ़ की वजह से 8,91,897 पालतू (घरेलू) जानवर और 8,01,233 पोल्ट्री प्रभावित हुए हैं.
एएसडीएमए का कहना है कि 22 मई के बाद से राज्य के 21 जिलों में 135 से अधिक तटबंध, 25 जिलों की 888 सड़कें, 17 जिलों के 73 पुल और पुलिया नष्ट हुई हैं.
काजीरंगा नेशनल पार्क के 223 कैंप्स में से कुल 32 कैंप और राजीव गांधी ओरंग नेशनल पार्क के 40 कैंप में से दो कैंप बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं.
काजीरंगा में बाढ़ के पानी की वजह से 41 जानवरों की मौत भी हुई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)