पंजाब: ज़हरीली शराब से मरने वालों की संख्या 86 हुई, 7 आबकारी और 6 पुलिसकर्मी निलंबित

बुधवार रात से अब तक तरन तारण में 63, अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 मौतें हुईं हैं. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है.

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अमृतसर में पीड़ित परिवारों के साथ शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल. (फोटो: पीटीआई)

बुधवार रात से अब तक तरन तारण में 63, अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 मौतें हुईं हैं. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है.

अमृतसर में पीड़ित परिवारों के साथ शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल. (फोटो: पीटीआई)
अमृतसर में पीड़ित परिवारों के साथ शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल. (फोटो: पीटीआई)

चंडीगढ़: पंजाब में जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 86 हो गई. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मामले में सात आबकारी अधिकारियों और छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

उन्होंने बताया कि सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की. तरन तारण में 63 मौतें हुई हैं, जिसके बाद अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 मौतें हुईं.

राज्य में बुधवार रात से शुरू हुई त्रासदी में शुक्रवार की रात तक 39 लोगों की मौत हो गई थी.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने छह पुलिसकर्मियों के साथ सात आबकारी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया.

निलंबित अधिकारियों में दो उप पुलिस अधीक्षक और चार थाना प्रभारी शामिल हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में किसी भी लोक सेवक या अन्य को संलिप्त पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है.

इस बीच पुलिस ने राज्य में 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी के दौरान 17 और लोगों को गिरफ्तार किया.

पुलिस ने अमृतसर, गुरदासपुर के बटाला और तरन तारण में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत की घटना के बाद शुक्रवार को आठ लोगों को गिरफ्तार किया था.

अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें दो महिलाओं त्रिवेणी चौहान और दर्शना उर्फ फौजान और उनके बेटों को गिरफ्तार किया गया है.

आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की छापेमारी में जब्त की गई सामग्री के रासायनिक विश्लेषण की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन सतही जांच से पता चला है कि यह सामग्री ऐसा खराब स्प्रिट है, जिसका इस्तेमाल पेंट या हार्डवेयर उद्योग में होता है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)