अमेरिका: डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए

अमेरिका में टिकटॉक और वीचैट जैसे चीनी ऐप पर 45 दिनों में लागू होगा प्रतिबंध. भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था.

The messenger app WeChat and short-video app TikTok are seen near China and U.S. flags in this illustration picture taken August 7, 2020. REUTERS/Florence Lo/Illustration

अमेरिका में टिकटॉक और वीचैट जैसे चीनी ऐप पर 45 दिनों में लागू होगा प्रतिबंध. भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था.

The messenger app WeChat and short-video app TikTok are seen near China and U.S. flags in this illustration picture taken August 7, 2020. REUTERS/Florence Lo/Illustration
(फोटो: रॉयटर्स/इलस्ट्रेशन)

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट जैसी लोकप्रिय चीनी ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगाने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताया.

ट्रंप ने बृहस्पतिवार को दो अलग-अलग कार्यकारी आदेशों में कहा कि प्रतिबंध 45 दिन में लागू होगा.

उल्लेखनीय है कि भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था. भारत ने 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत के इस कदम का ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी सांसदों ने स्वागत किया था.

ट्रंप ने कांग्रेस को भेजी शासकीय सूचना में कहा कि चीन की कंपनियों द्वारा विकसित एवं उनके मालिकाना हक वाली मोबाइल ऐप का अमेरिका में प्रसार राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है.

उन्होंने कहा, ‘इस समय, खासकर एक मोबाइल ऐप टिकटॉक से निपटने के लिए आदेश दिया गया है.’

ट्रंप ने कहा कि चीन की कंपनी बाइटडांस लिमिटेड के मालिकाना हक वाली वीडियो साझा करने वाली मोबाइल ऐप्लीकेशन टिकटॉक अपने उपयोगकर्ताओं की काफी जानकारी हासिल कर लेती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस डेटा संग्रह से ‘चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी’ की अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है, जिससे संघीय कर्मचारियों एवं ठेकेदारों पर नजर रखने में चीन सक्षम हो सकता है, उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए निजी सूचना एकत्र कर सकता है और कॉरपोरेट जासूसी कर सकता है.

राष्ट्रपति ने कहा कि टिकटॉक उस सामग्री को भी कथित रूप से सेंसर करता है, जिसे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी राजनीतिक रूप से संवेदनशील समझती है, जैसे कि हांगकांग में प्रदर्शनों संबंधी सामग्री और उइगर एवं अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ चीन के व्यवहार से जुड़ी सामग्री को हटा दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि टिकटॉक का इस्तेमाल चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए भी किया जा सकता है.

ट्रंप ने कहा कि इस खतरे से निपटने के लिए इस आदेश के तहत आज से 45 दिन बाद इस ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लागू हो जाएगा.

ट्रंप ने एक अन्य कार्यकारी आदेश में कहा कि ऐसा बताया जाता है कि चीनी कंपनी टेंसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड के मालिकाना हक वाली संदेश भेजने वाली, सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक भुगतान संबंधी ऐप ‘वीचैट’ के अमेरिका समेत दुनियाभर में एक अरब से अधिक उपयोगकर्ता हैं.

उन्होंने कहा, ‘टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी अपने उपयोगकर्ताओं की बड़ी जानकारी हासिल कर लेती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है.’

ट्रम्प ने कहा कि वीचैट ऐप अमेरिका आने वाले चीनी नागरिकों पर नजर रख सकती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को उन चीनी नागरिकों पर नजर रखने की अनुमति मिलती है, जो अपने जीवन में पहली बार स्वतंत्र समाज के लाभ का आनंद ले रहे होते हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी कथित रूप से उस जानकारी को हटा देती है, जो चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को राजनीतिक रूप से संवेदनशील लगती है और इसका इस्तेमाल पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए किया जा सकता है.’

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने हाल में टिकटॉक पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकियों की निजी जानकारी को एकत्र कर रहा है.

मालूम हो कि बीते जुलाई महीने की शुरुआत में भारत के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 47 और ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो जून महीने में पहले से प्रतिबंधित किए गए 59 चीनी ऐप्स के क्लोन (प्रतिरूप) या इसी के प्रकार थे.

इस सूची में टिकटॉक लाइट, हैलो लाइट, शेयरइट लाइट, वीगो लाइव लाइट और वीएफवाई लाइट जैसे ऐप्स शामिल थे.

भारत ने देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए 29 जून को टिकटॉक और यूसी ब्राउज़र सहित चीन से संबंधित 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया था.

29 जून को जारी प्रतिबंधित सूची में वी-चैट, वीगो लाइव, हैलो, लाइकी, कैम स्कैनर, वीगो वीडियो, एमआई वीडियो कॉल- शाओमी, एमआई कम्युनिटी, क्लैश ऑफ किंग्स के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्लब फैक्ट्री और शी-इन शामिल थे.

सरकार ने कहा था कि ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक हैं. ये प्रतिबंध लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों के साथ मौजूदा तनावपूर्ण स्थितियों के बीच लगाए गए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)