नीट और जेईई की परीक्षाएं स्थगित करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

जेईई की परीक्षा एक से छह सितंबर के बीच और नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है. विभिन्न राज्यों के 11 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि कोरोना के मद्देनज़र इन्हें रद्द किया जाना चाहिए. अदालत ने याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि ऐसा करने से छात्रों का करिअर संकट में पड़ जाएगा.

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New Delhi: A view of the Supreme Court of India in New Delhi, Monday, Nov 12, 2018. (PTI Photo/ Manvender Vashist) (PTI11_12_2018_000066B)
(फोटो: पीटीआई)

जेईई की परीक्षा एक से छह सितंबर के बीच और नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है. विभिन्न राज्यों के 11 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि कोरोना के मद्देनज़र इन्हें रद्द किया जाना चाहिए. अदालत ने याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि ऐसा करने से छात्रों का करिअर संकट में पड़ जाएगा.

New Delhi: A view of the Supreme Court of India in New Delhi, Monday, Nov 12, 2018. (PTI Photo/ Manvender Vashist) (PTI11_12_2018_000066B)
सुप्रीम कोर्ट (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस के मद्देनजर राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) को स्थगित करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत का कहना है कि अब ये परीक्षाएं सितंबर में अपने तय समय पर ही होंगी.

अदालत ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि परीक्षाएं स्थगित करने से छात्रों का करिअर संकट में पड़ जाएगा. छात्रों के करिअर को लंबे समय तक खतरे में नहीं डाला जा सकता.

अदालत ने कहा कि उन्होंने प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वसान पर संज्ञान लिया है कि परीक्षाएं पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएंगी.

सुनवाई के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि शिक्षा से जुड़ी चीजों को अब खोल देना चाहिए क्योंकि कोविड-19 एक साल और जारी रह सकता है.

परीक्षा स्थगित करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्या देश में सब कुछ रोक दिया जाए? क्या एक कीमती साल को यूं ही बर्बाद हो जाने दिया जाए?

अदालत ने आगे कहा कि यह सुरक्षा उपायों के साथ आगे बढ़ने का समय है.

वहीं, राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत से कहा कि सुरक्षा उपायों के साथ परीक्षा आयोजित कराने की इजाजत दी जानी चाहिए.

बता दें कि 11 राज्यों के 11 छात्रों ने देश में कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर जेईई मेन और नीट यूजी परीक्षाएं स्थगित करने के अनुरोध के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.

याचिका में कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए एनटीए के तीन जुलाई के नोटिस को रद्द करने का अनुरोध किया गया था.

याचिका में अदालत से मांग की गई थी कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती है, तब तक परीक्षा न कराई जाएं.

बता दें कि जेईई मेन की परीक्षा एक से छह सितंबर के बीच आयोजित होंगी जबकि नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी. जेईई एडवांस की परीक्षा 27 सितंबर को होगी.

ये परीक्षाएं कोरोना महामारी की वजह से इस साल दो बार स्थगित हो चुके हैं. हालांकि, छात्र एक बार फिर परीक्षाओं को टालने की मांग कर रहे थे.

इस साल नौ लाख से अधिक छात्रों ने जेईई मेन परीक्षा के लिए, जबकि लगभग 16 लाख छात्रों ने नीट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.