दिल्ली हाईकोर्ट में दाख़िल याचिका में कहा गया है कि शिक्षकों के अलावा अन्य शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को भी मई, जून, जुलाई और अगस्त का वेतन नहीं मिला है. वेतन न मिलने की वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने तीन दिन की हड़ताल की घोषणा की है.
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ शिक्षकों ने मंगलवार को उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अपील की है कि वह कॉलेजों को बीते चार महीने का उनका वेतन देने का निर्देश दे.
ये कॉलेज विश्वविद्यालय से संबद्ध और पूरी तरह से दिल्ली सरकार द्वारा वित्तपोषित हैं.
याचिका में कहा गया है कि इन शिक्षकों के अलावा अन्य शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को भी मई, जून, जुलाई और अगस्त का वेतन नहीं मिला है.
आठ शिक्षकों ने अधिवक्ता अशोक अग्रवाल और कुमार उत्कर्ष द्वारा दायर याचिका में कहा है कि वे दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के सदस्य हैं.
उन्होंने परेशान कर्मचारियों की ओर से दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है कि वह उसके द्वारा वित्तपोषित डीयू के 12 कॉलेजों के 1,500 कर्मचारियों के वेतन के भुगतान के लिए फंड जारी करे.
याचिका में कहा गया है कि शिक्षकों के वेतन का भुगतान नहीं होने के चलते वे और 12 कॉलेजों में कार्यरत अन्य कर्मचारी मानसिक पीड़ा और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. साथ ही इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने उन्हें समय पर उनके वेतन का भुगतान नहीं होने का कारण नहीं बताया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में कहा गया कि वेतन का भुगतान न करना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 21 के तहत अन्यायपूर्ण, अनुचित, मनमाना, भेदभावपूर्ण, अनैतिक, असंवैधानिक है.
याचिका में कहा गया है कि भारत में संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत रोजगार की गारंटी और जीवन के अधिकार के साथ-साथ आजीविका के अधिकार का भी उल्लंघन है.
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध तथा आप सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित 12 कॉलेजों में आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कॉलेज, भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ अप्लायड साइंस, भगिनी निवेदिता कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, अदिति महाविद्यालय महिला कॉलेज, इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान संस्थान, केशव महाविद्यालय, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, महर्षि वाल्मीकि कॉलेज ऑफ एजुकेशन, शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ अप्लायड साइंस फॉर वीमेन और शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज शामिल हैं.
दैनिक जागरण के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंद्ध 12 कॉलेजों में चार महीने से शिक्षकों एवं कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के मामले में डूटा (दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ) ने तीन दिन हड़ताल की घोषणा की है.
डूटा ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों से 16, 17 एवं 18 सितंबर को हड़ताल में शामिल होने की अपील की है.
डूटा के उपाध्यक्ष आलोक रंजन पांडेय ने कहा, ‘सरकार ने कुछ कॉलेजों के लिए धनराशि जारी की है, लेकिन वह अपर्याप्त है, इसलिए शिक्षक संघ ने हड़ताल का फैसला किया है. हमारी मांग है कि दिल्ली सरकार शिक्षकों की पीड़ा समझे और अनुदान जारी करे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)