उत्तर प्रदेश: कथित रूप से क़र्ज़ से परेशान किसान ने फांसी लगाकर जान दी

मामला हमीरपुर ज़िले का है. पुलिस के अनुसार मृतक किसान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. संभव है कि उन्होंने क़र्ज़ और आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है.

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मामला हमीरपुर ज़िले का है. पुलिस के अनुसार मृतक किसान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. संभव है कि उन्होंने क़र्ज़ और आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है.

Hamirpur

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के अमिरता डेरा गांव में कथित रूप से कर्ज़ में डूबे एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

अपर जिलाधिकारी (एडीएम) विनय प्रकाश श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया, ‘सदर कोतवाली क्षेत्र के अमिरता डेरा गांव में गुरुवार को किसान महेंद्र वर्मा (46) के अपनी जमीन पर बने ट्यूबवेल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की सूचना मिली थी, जिसके बारे में राजस्व अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जा रही है.’

उन्होंने कहा कि ‘जांच रिपोर्ट मिलने के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.’

किसान के छोटे भाई इंद्रेश वर्मा ने पुलिस को बताया, ‘बड़े भाई महेंद्र के हिस्से में छह बीघा कृषि भूमि है और उसके चार बेटी और एक बेटा है. उसने एक बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड से 42 हजार और यूनियन बैंक से 80 हजार रुपये कर्ज़ लिया था, जो अब बढ़कर बहुत ज्यादा हो गया है.’

पुलिस ने किसान के परिजन के हवाले से बताया, ‘किसान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, संभवतः कर्ज़ और आर्थिक तंगी के कारण उसने आत्महत्या की है. पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजन को दे दिया गया है और राजस्व अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं.’

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगातार कोरोना वायरस और लॉकडाउन से बनी परिस्थितियों में आत्महत्या की खबरें आ रही हैं. बांदा जिले में लॉकडाउन के दौरान 20 से अधिक लोगों के आत्महत्या करने की खबरें सामने आ चुकी हैं.

इसी महीने के शुरूआत में बांदा जिले दो किसानों ने आत्महत्या की थी. अतर्रा थाना क्षेत्र में एक किसान ने कथित तौर पर आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं, मरका थाना क्षेत्र में एक युवा किसान ने जहर खाकर जान दे दी थी.

उससे पहले 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले के इंगुआ गांव में लॉकडाउन में मुंबई से लौटे एक मज़दूर ने कथित तौर पर काम न मिलने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी.

दो जुलाई को मुजफ्फरनगर जिले में 48 वर्षीय ढाबा मालिक ने मंसूरपुर रेलवे स्टेशन के समीप एक ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी. उनके परिवार ने बताया था कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान ढाबा बंद होने के कारण कथित तौर पर वह परेशान थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)