एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के बाद महाराष्ट्र और फिर कर्नाटक में विदेशियों के ख़िलाफ़ सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए. इस सूची में तमिलनाडु चौथे और गोवा पांचवें स्थान पर रहा.
नई दिल्ली: विदेशियों के खिलाफ 2019 में सर्वाधिक संख्या में अपराध दिल्ली (30.1 फीसदी) में दर्ज किए गए. इसके बाद महाराष्ट्र (11.7 फीसदी) और कर्नाटक (11.2 फीसदी) में विदेशियों के खिलाफ सर्वाधिक मामले सामने आए. एनसीआरबी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में विदेशियों के साथ बलात्कार, हत्या और चोरी समेत कुल 409 अपराध दर्ज किए गए. जबकि 2018 में 517 और 2017 में 492 मामले दर्ज हुए थे.
आंकड़े के मुताबिक, 2019 के दौरान दिल्ली (123 मामले), महाराष्ट्र (48 मामले) और कर्नाटक (46 मामले) में कुल मामलों के 53 फीसदी मामले दर्ज किए गए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक 2019 में तमिलनाडु में 5.6 प्रतिशत, गोवा में 5.1, उत्तर प्रदेश में 5.1 और हरियाणा में 4.6, राजस्थान में 3.9, केरल और असम 3.7 और मध्य प्रदेश में 3.2 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए.
आंकड़ों में दर्शाया गया है कि 2019 में दर्ज 409 मामलों में से सबसे अधिक 142 मामले चोरी के, 54 आईपीसी के तहत अन्य अपराध, 41 ठगी, 26 मामले शीलभंग करने के उद्देश्य से महिलाओं पर हमले, 14 चोट पहुंचाने के मामले दर्ज किए गए. इसके अलावा अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम के तहत 15 केस दर्ज किए गए.
एनसीआरबी ने बताया कि 2019 में हत्या के 13 मामले, बलात्कार के 12 और अपहरण के पांच मामले दर्ज किए गए. एनसीआरबी गृह मंत्रालय के तहत कार्य करता है.
एनसीआरबी के मुताबिक, साल 2019 में देश में हत्या के रोजाना 79 मामले दर्ज किए गए. इस साल हत्या के कुल 28,918 मामले दर्ज हुए, जो साल 2018 की तुलना में 0.3 प्रतिशत कम हैं. साल 2018 में हत्या के कुल 29,017 मामले दर्ज किए गए थे.
बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में 2019 में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके अलावा एससी/एसटी के खिलाफ अपराध में भी 7.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)