अडाणी समूह की एक खनन करने वाली कंपनी ने अपनी ऑस्ट्रेलियाई इकाई का नाम बदलकर लैटिन भाषा के एक शब्द को किया, जिसका अर्थ उस भाषा में धूर्त या स्वार्थ लोलुप होता है. अडाणी समूह द्वारा इसका अर्थ बहादुर समझ लिया गया था.
ऑस्ट्रेलिया में खनन को लेकर अक्सर आम जनप्रतिरोध का सामना करने वाला अडाणी समूह इस बार अजीबोगरीब कारण से चर्चा में है.
द गार्जियन की खबर के अनुसार, अडाणी समूह की एक खनन करने वाली कंपनी ने अपना नाम बदलने में लैटिन भाषा के एक शब्द को इस्तेमाल किया, जिसका अर्थ उस भाषा में धूर्त या स्वार्थ लोलुप होता है. अडाणी समूह द्वारा इसका अर्थ बहादुर समझ लिया गया था.
अडाणी समूह ने गुरुवार को कहा था कि वह अपनी कंपनी के ऑस्ट्रेलियन इकाई का नाम बदलकर ब्रैवस [Bravus] करेंगे, जो दरअसल एक लैटिन शब्द है, जिसे लेकर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड बोशॉफ को लगा कि इसका मतलब साहसी से है.
बोशॉफ ने ऑस्ट्रेलियन फाइनेंशियल रिव्यू को बताया था कि ‘यह नाम बिल्कुल उपयुक्त था क्योंकि कंपनी ने आज इस मुकाम पर पहुंचने में बहुत ‘साहस’ दिखाया है और जिसमें हम विश्वास करते हैं, हम उस आधार पर खड़े रहेंगे.’
हालांकि लैटिन भाषा के जानकारों ने बताया कि इस शब्द [Bravus] का अर्थ ब्रेव [Brave] यानी साहसी नहीं होता बल्कि इसका अर्थ क्रूकेड [crooked] यानी कुटिल/धूर्त या मर्सिनरी [mercenary] यानी स्वार्थ-लोलुप होने के संदर्भ में लिया जाता है.
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ क्लासिकल स्टडीज के डॉ. क्रिस्टोफर बिशप ने बताया कि शास्त्रीय या मध्ययुगीन लैटिन में ब्रैवस शब्द का अर्थ ‘साहसी’ नहीं होता है.
उन्होंने गार्जियन ऑस्ट्रेलिया को बताया, ‘वे गलत हैं. अगर उन्हें ब्रेव शब्द चाहिए, और वे शास्त्रीय (क्लासिकल) हिसाब देखना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ ‘फोर्टिस’ शब्द जैसा होगा. कुछ ‘fortuna favet fortibus – fortune favours the brave’ यानी किस्मत साहसी के साथ होती है, जैसा. ये बहुत ही सामान्य-सी बात है. ये हर कोई जानता है.’
सिडनी यूनिवर्सिटी की डॉ. जुआनिता फेरोस रुयस ने भी उनकी बात से सहमति जताई है. वे कहती हैं, ‘अंग्रेजी के ब्रेव शब्द के लिए सबसे सामान्य लैटिन शब्द ‘फोर्टिस’ है, जिससे fortify (सशक्त होना) और fortitude (दृढ़ता) जैसे शब्द निकले हैं. और ऐसा क्लासिकल और मध्ययुगीन दोनों तरह की लैटिन भाषा के साथ है, जहां इन दोनों में ऐसे कई उदाहरण हैं.’
बिशप ने बताया कि वैसे तो मध्ययुगीन लैटिन का अनुवाद करना अक्सर बेहद कठिन होता है, लेकिन ‘ब्रैवस’ शब्द के माने, दुर्भाग्य से अडाणी समूह के लिए नकारात्मक अर्थ ही लिए हुए हैं.
उन्होंने गार्जियन ऑस्ट्रेलिया से कहा, ‘ये गलत लैटिन शब्दों के इस्तेमाल करने जैसा है. जैसा एक पुराना चुटकुला है न कि किसी शब्द के अंत में अस (us) जोड़ दें और कहें कि ये लैटिन है.’
बिशप ने और स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर मध्ययुगीन लैटिन में ‘ब्रैवस’ के नजदीकी अर्थ देखे जाएं, तो ‘ब्रावो [bravo] शब्द मिलता है, जिसका लैटिन में अर्थ होता है स्वार्थलोलुप, हत्या या भाड़े पर ली गई तलवार.
वहीं, मेलबर्न यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर टिम पार्किन का कहना है कि उन्होंने इस शब्द को मध्ययुगीन लैटिन की डिक्शनरी में देखा है, हालांकि इसे किसी खलनायक, बदमाश या दस्यु के अर्थ में इस्तेमाल किया जाता है.
गौरतलब है कि शुरुआत में अडाणी समूह ने 2014 में शुरू किए गए कार्मिकेल कोल माइन प्रोजेक्ट का नाम इसके संस्थापक भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी के नाम पर रखा था.
इस बीच अडाणी/ब्रैवस के एक प्रवक्ता का कहना है कि यह शब्द अंग्रेजी के ‘ब्रेव’ या ‘बोल्ड’ शब्द से निकला है और अंत में us (अंग्रेजी अर्थ हम) कंपनी के समावेशी चरित्र को ध्यान में रखते हुए जोड़ा गया है.
प्रोफेसर टिम का कहना है कि समूह को गूगल ट्रांसलेट की बजाय क्लासिक्स विभाग से संपर्क करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘इस बात से मुझे याद आया कि एक बार मेरे भाई अपनी एक बोट (नाव) को कोई नाम देना चाहते थे और मैंने इसके लिए उन्हें बहुत से बढ़िया क्लासिक्स शब्द बताए, लेकिन अंत में उसने ‘बोटस’ जैसा कोई नाम रखा.’