तमिलनाडु: कथित ड्रग तस्करों ने की पत्रकार की हत्या

मामला तमिलनाडु के कांचीपुरम ज़िले का है. तमिझन टीवी के 29 वर्षीय रिपोर्टर इजरावेल मोसेज ने बीते समय में गांजे की बिक्री और भूमि अतिक्रमण को लेकर कई ख़बरे लिखी थीं. आरोप है कि इसी के चलते उनकी हत्या की गई है.

इजरावेल मोसेज. (फोटो: स्पेशल अरेंजमेंट)

मामला तमिलनाडु के कांचीपुरम ज़िले का है. तमिझन टीवी के 29 वर्षीय रिपोर्टर इजरावेल मोसेज ने बीते समय में गांजे की बिक्री और भूमि अतिक्रमण को लेकर कई ख़बरे लिखी थीं. आरोप है कि इसी के चलते उनकी हत्या की गई है.

इजरावेल मोसेज. (फोटो: स्पेशल अरेंजमेंट)
इजरावेल मोसेज. (फोटो: स्पेशल अरेंजमेंट)

चेन्नई: बीते आठ नवंबर को तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित तमिझन टीवी के 29 वर्षीय रिपोर्टर इजरावेल मोसेज की कथित ड्रग तस्करों ने मौत के घाट उतार दिया. बताया जा रहा है कि वे मोसेज की गांजा बेचे जाने और सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण को लेकर की गई रिपोर्ट से नाराज थे.

रिपोर्ट के अनुसार, मोसेज के सहकर्मी और चीफ रिपोर्टर सहया राज ने उन्हें याद करते हुए बताया, ‘वह निश्चित तौर पर हमारे सबसे अच्छे रिपोर्टर में से थे. वो अपने और अन्य गांवों के लोगों के सामने पेश आ रही स्थानीय और वास्तविक समस्याओं की खबरों को लेकर बहुत उत्सुक रहते थे. हम अपने रिपोर्टरों को एक इंटरनल अवॉर्ड देते थे जो पिछले साल उन्हें मिला था.’

सहया राज ने बताया कि एक रिपोर्टर के रूप में मोसेज बहुत ही मेहनती थे, लगातार अपने काम में लगे रहते थे. पिछले एक साल में उन्होंने गांजे के बिक्री और भूमि अतिक्रमण पर कई खबरें लिखी थीं. पिछले महीने भी उन्होंने गांजे पर अपनी एक रिपोर्ट पर फॉलोअप खबर में बताया था कि कैसे पुलिस इस पर कार्रवाई नहीं कर रही थी.

वहीं, मोसेज के पिता और रिपोर्टर ज्ञानराज येसुदासन ने बताया कि अपनी रिपोर्टिंग में किए गए खुलासे के कारण इलाके के ‘असामाजिक तत्वों’ द्वारा उसे धमकियां दी जा रही थीं.

उन्होंने आगे बताया, ‘बहुत से लोग अपनी समस्याओं के समाधान में मदद के लिए उसके पास आया करते थे और अक्सर मोसेज उनकी परेशानी हल करने की कोशिश करता था.’

येसुदासन बताते हैं कि घटना की रात किसी मनोज ने उनके बेटे को रात 10.30 बजे कोई पता पूछने के लिए बुलाया था. उन्होंने बताया, ‘वह उनके साथ गया और तभी मैंने चीखने की आवाज सुनी. मैं जब बाहर गया तब देखा कि उसे मार दिया था. हम उसे लेकर अस्पताल ले गए लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया. एफआईआर की कॉपी में लिखा गया है कि हमला ‘दुश्मनी’ के कारण हुआ.’

येसुदासन ने कहा कि उनके बेटे को एक ‘स्थानीय गुंडे’ नवमणि द्वारा धमकाया जा रहा था, उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले मैंने उसके घर जाकर इन धमकियों को लेकर उसके परिवार को चेतावनी दी थी.

चेन्नई प्रेस क्लब की भारती तमीझन ने इस घटना की निंदा की है. उनका कहना है, ‘यह हत्या राज्य में पत्रकारों की स्थिति का खुलासा करती है. गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करके इस मामले का समाधान निकालना चाहिए.’

इस बीच, कांचीपुरम जिला पुलिस ने हत्या के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. कांचीपुरम जिले की पुलिस अधीक्षक शनमुगा प्रिया ने कहा, ‘हमने घटना के कुछ घंटों के भीतर सभी चार आरोपियों- नवमणि, विग्नेश, वेंकटेशन और मनोज को गिरफ्तार कर लिया है. घटना का कारण निजी दुश्मनी और भूमि विवाद है. हम और सबूत इकठ्ठा कर रहे हैं.’

सहया राज  वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्रीय और अन्य प्रेस संगठनों ने मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी से तत्काल तीन मांगें की हैं जिसमें मोसेज के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा और राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून पास करना शामिल है.

राज ने कहा, ‘उनके परिवार की स्थिति को देखते हुए हम सरकार से यह भी मांग करते हैं कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. इसके साथ ही राज्यभर के पत्रकारों को उनके द्वारा किए जा रहे कामों के लिए धमकियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए.’

वहीं, येसुदासन की एक केवल एक मांग है कि राज्य के किसी अन्य पत्रकार को उनके बेटे जैसी नौबत का सामना न करना पड़े. वे पूछते हैं, ‘क्या मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम उठाएंगे?’

pkv games bandarqq dominoqq pkv games parlay judi bola bandarqq pkv games slot77 poker qq dominoqq slot depo 5k slot depo 10k bonus new member judi bola euro ayahqq bandarqq poker qq pkv games poker qq dominoqq bandarqq bandarqq dominoqq pkv games poker qq slot77 sakong pkv games bandarqq gaple dominoqq slot77 slot depo 5k pkv games bandarqq dominoqq depo 25 bonus 25